रांची : एक ओर तो पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों की मार आम लोग परेशान ओ गये हैं. वहीं दूसरी ओर महंगाई का एक और झटका लगा है. गैस कंपनियों ने भी रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में इजाफा किया है. इसका पूरा असर झारखण्ड में दिखने लगा है. यही कारण है कि राज्य में रसोई गैस की खपत में गिरावट आयी है. पिछले एक साल की तुलना में इस वर्ष अप्रैल-जून माह में लगभग चार लाख सिलिंडर की खपत कम हुई है. अभी एक सिलिंडर की कीमत 1110. 50 रुपये हो गयी है.
2021 में तीन माह में इतने हुई थी खपत
गैस कंपनियों से मिले आंकड़ों के अनुसार, 2021 में उक्त तीन माह की अवधि में रांची सहित पूरे झारखंड में तीनों गैस कंपनियों (इंडेन, भारत और एचपी गैस) को मिला कर कुल 65.46 लाख सिलिंडर की खपत हुई थी. जबकि, 2022 में इसी तीन माह की अवधि में सिलिंडर की खपत घट कर 61.47 लाख हो गयी है.
इस प्रकार, 3.99 लाख सिलिंडर की खपत घट गयी है. गैस कंपनियों के अधिकारियों का कहना है कि गैस की खपत घटने के प्रमुख कारणों में कीमतों का अधिक होना और झारखंड में गैस के वैकल्पिक उपाय जैसे लकड़ी और कोयला आसानी से उपलब्ध होना है. कई लोग बिजली से चलने वाले इंडक्शन चूल्हा का भी प्रयोग करने लगे हैं.
तीन जिलों को छोड़ अन्य जिलों में घटी है गैस की खपत
झारखंड के तीन जिलों रांची, खूंटी व जामताड़ा को छोड़ कर अन्य सभी जिलों में इस अवधि में गैस की खपत घटी है. सबसे अधिक लातेहार में 17़ 37 प्रतिशत, कोडरमा में 15़ 72, गढ़वा में 13़ 86, गिरिडीह में 13़ 02, साहिबगंज में 12. 33 व चतरा में 11़ 19 प्रतिशत की गिरावट आयी है. जबकि, धनबाद में 8.11 प्रतिशत, पूर्वी सिंहभूम में 4.73, पश्चिमी सिंहभूम में 4. 31 व देवघर में 2.31 प्रतिशत की गिरावट आयी है.