JAC Board 10th, 12th Exam 2021 : झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) की मैट्रिक और इंटरमीडिएट का रिजल्ट तैयार करने के लिए इंटरनल असेसमेंट की प्रक्रिया अगले सप्ताह शुरू हो जाएगी। 30 जून तक सभी स्कूलों को इंटरनल एसेसमेंट की प्रक्रिया पूरी करनी होगी। जैक इसके लिए एक पोर्टल भी तैयार कर रहा है, जिसमें स्कूलों को इंटरनल एसेसमेंट और प्रैक्टिकल का नंबर अपलोड करना होगा। इसको लेकर अगले सप्ताह जैक की ओर से गाइडलाइन जारी कर दी जाएगी। शनिवार को सभी क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक और जिला शिक्षा पदाधिकारियों की वर्चुअल बैठक में जैक ने इसके संकेत दिए।
आरडीडीई और डीईओ की वर्चुअल बैठक में निर्देश दिया गया कि सभी हाई और प्लस टू स्कूलों में शिक्षकों का पैनल तैयार करवा लें। इस पैनल में संबंधित स्कूल के दो और बाहर के स्कूल के एक शिक्षक शामिल होंगे। जैक की ओर से इंटरनल असेसमेंट का मापदंड भेजे जाने के बाद उस आधार पर मैट्रिक और इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राओं का आंतरिक मूल्यांकन किया जाएगा। इंटरनल असेसमेंट में नौवीं-10वीं, 11वीं-12वीं क्लास में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति, क्लास में उनकी परफॉर्मेंस और उनके व्यवहार से लेकर ऑनलाइन हुए क्विज व अन्य प्रतियोगिताओं में उनकी सहभागिता को देखा जाएगा। इसके लिए कुल 20 अंकों में अलग-अलग अंक निर्धारित किए जाएंगे। इसके अलावा जो परीक्षार्थी प्रैक्टिकल नहीं दे पाए हैं, उनके लिए इसका शिड्यूल जारी किया जाएगा। कोविड मानकों का पालन करते हुए प्रायोगिक परीक्षा ली जाएगी। असेसमेंट और प्रैक्टिकल के नंबर जैक की ओर से जारी होने वाले पोर्टल में दिये जाएंगे। सभी आरडीडीई और डीईओ को अगले एक-दो दिनों में शिक्षकों के साथ इन मामलों पर बातचीत कर उनकी राय जैक को उपलब्ध कराने को कहा गया है। छात्र-छात्राओं को बिना बुलाए इंटरनल एसेसमेंट कैसे किया जा सकता है, जो छात्र-छात्राएं प्रैक्टिकल नहीं दे सकते हैं उनकी कैसे प्रैक्टिकल परीक्षा ली जा सकती है, इस पर राय देनी है।
थ्योरी का अंक निर्धारित करेगी जैक की कमेटी
मैट्रिक और इंटरमीडिएट के लिए थ्योरी पेपर का अंक जैक की कमेटी निर्धारित करेगी। यह निर्धारण पिछले साल की नौंवी और 11वीं की ओएमआर शीट पर हुई परीक्षा के आधार पर होगा। अगले दो-तीन दिनों में कमेटी का निर्धारण कर लिया जाएगा। इसमें जैक के साथ-साथ बाहर के भी सदस्य रह सकते हैं।
ऑब्जेक्टिव में जितने प्रतिशत नंबर मिले थे, मैट्रिक-इंटर में उतना ही मिलेगा
नौंवी और 11वीं में 40-40 अंक के पांच विषयों के ऑब्जेक्टिव ( वस्तुनिष्ठ) प्रश्न पूछे गए थे। पांचों विषयों का 10-10 अंक इंटरनल एसेसमेंट में देना था। अब मैट्रिक और इंटरमीडिएट का रिजल्ट नौंवी-11वीं के 40-40 अंक के ऑब्जेक्टिव प्रश्नों के जवाब के आधार पर तय किए जाएंगे। प्रश्नों के जवाब में जितने फीसदी अंक मिले थे, उतने अंक ही थ्योरी में दिए जाएंगे। अगर हिंदी में 40 अंक के प्रश्न के जवाब में किसी छात्र को 25 अंक मिले थे, तो मैट्रिक-इंटर में उन्हें 80 में 50 अंक मिल सकेंगे। वहीं, साइंस में अगर 40 में 20 अंक मिले थे तो अब 70 में 35 नंबर मिलेंगे।