पूर्वांचल में हो रही लगातार बारिश के कारण मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। सोनभद्र के दुद्धी तहसील क्षेत्र में नेशनल हाईवे (एनएच 75ई) पर बीडर गांव के पास लौवा नदी पर बना रपटा भारी बारिश के बाद गुरुवार की रात बह गया। इससे दुद्धी होकर उड़ीसा, छत्तीसगढ़, झारखंड व पश्चिम बंगाल सहित कई और राज्यों को जोड़ने वाला मार्ग अवरुद्ध हो गया। अब मार्ग को डायवर्ट कर दिया गया है। प्रशासन ने सभी वाहनों को मुर्धवा-रनटोला-आश्रम मोड़ से होकर गुजारने का निर्णय लिया है।
लौवा नदी पर बने रपटे की ऊंचाई काफी कम होने के कारण बारिश के समय आवागमन में काफी परेशानी होती थी। पुल की चौड़ाई कम होने के कारण भी कई बार इस पर वाहन फंस जाते थे। इससे लंबा जाम लग जाता था। इसको देखते हुए लंबे समय से रपटे की ऊंचाई बढ़ाकर नए पुल निर्माण की मांग उठ रही थी।
समस्या के निदान के लिए करीब सवा करोड़ की लागत से अगस्त 2020 में रपटा को तोड़कर नए पुल के निर्माण का काम शुरू किया गया। काम होने तक आवागमन बहाल रखने के लिए बगल में तीन-चार पाइप डालकर एक अस्थाई रास्ते का निर्माण किया गया।
कार्य शुरू होते समय यह दावा किया गया था कि मार्च-अप्रैल 2021 तक कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा लेकिन जून का पहला पखवाड़ा खत्म होने के बाद भी काफी काम बाकी है। अत्यधिक वन क्षेत्र होने के कारण दुद्धी इलाके में 15 जून से आम तौर पर बारिश शुरू हो जाती है। इधर, बीते तीन दिन से रुक रुककर हो रही बारिश के कारण बृहस्पतिवार की रात रपटा के साथ अस्थाई पुल टूट गया।
अब रीवा-रांची मार्ग पर आवागमन करने वाले वाहनों को मुर्धवा रेणुकूट होकर आवागमन करना पड़ेगा। इसके चलते वाहनों को अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ेगी। वहीं रेणुकूट छत्तीसगढ़ मार्ग पर आए दिन लगने वाले जाम की स्थिति और खराब होती दिखाई देगी।