बालूमाथ पुलिस ने रविवार को थाना क्षेत्र के शेरेगड़ा-गनेशपुर के बीच एक चकिया जंगल में अपराध की योजना बनाते सात अपराधियों को हथियार के साथ धर-दबोचा। पूछताछ में अपराधियों ने खुद को अमन साव गिरोह का आदमी बताया। बताया कि अमन साव गिरोह का शूटर निक्की उर्फ आकाश यादव के कहने पर वे गिरोह में शामिल हुए। प्रेस कॉन्फ्रेंस में इंस्पेक्टर बबलू कुमार ने बताया कि ये सभी अमन साव के इशारे में काम करते हैं। क्षेत्र में डकैती-लूटपाट और आरा चमातु कोल माइंस में आगजनी और गोली कांड को अंजाम देने के लिए जुटे थे। ये लोग 7-8 की संख्या में जुटे थे तथा रांची की ओर से करीब 4 अपराधी और आने वाले थे।
अमन साव को रंगदारी नहीं मिल रही थी, जिसके कारण आरा चमातु कोल प्रोजेक्ट साइडिंग में गोलीकांड और आगजनी की घटना को अंजाम देने के मकसद से ये सभी जुट रहे थे। इसकी भनक बालूमाथ पुलिस को मिल चुकी थी, जिसके बाद छापामारी की गयी। इसमें 7 अपराधी, एक देसी कट्टा, दो जिंदा कारतूस, दो मोटरसाइकिल, एक स्कूटी और 5 मोबाइल फोन के साथ गिरफ्तार किए गए। बालूमाथ पुलिस के लिए यह बड़ी सफलता है क्योंकि कुछ दिनों से अमन साव गिरोह ने यहां आतंक मचा रखा था। बता दें कि बीते 31 मई को निक्की यादव ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर चमातु में कांटा नंबर-12 पर चेन्नई के राधा कंपनी के दो कर्मियों पर फायरिंग की थी।
गिरफ्तार हुए अपराधियों में रविंद्र उर्फ रवि उरांव, चंद्रदेव उरांव दोनों शेरेगढ़ा, परमेंद्र तुरी उर्फ शिवम बरियातू, अर्जुन उरांव, इंद्रदेव उरांव, अनिल उरांव, विकास उरांव चारों नचना गांव थाना बालूमाथ के रहने वाले हैं। पुलिस ने इन लोगों से कई राज भी उगलवाए हैं। छापेमारी में बालूमाथ इंस्पेक्टर बबलू कुमार, थाना प्रभारी धर्मेंद्र कुमार, एसआई अभिषेक कुमार, प्रेम कुमार निषाद, नीतीश कुमार, कुंदन कुमार, एएसआई पारसनाथ प्रसाद, कृष्णा गोडसोरा के अलावा सैट 208 और जैप 09 के सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।