झाड़फूंक का अंधविश्वास आज भी झारखंड के गांवों में व्याप्त है। शुक्रवार को एक मामले में तो कम-से-कम ऐसा ही हुआ। सर्पदंश से मृत महिला के शव की इस उम्मीद में झाड़फूंक कराई गई कि वह जिंदा हो जाएगी। उसे जिंदा करने के लिए तांत्रिक को बुलाया गया। उसने घंटों झाड़फूंक की। इसे देखने के लिए सैंकड़ों की संख्या में भीड़ लगी रही।
जयनगर थाना क्षेत्र के डंडाडीह में खेत जाने के दौरान 55 वर्षीय महिला प्यारी देवी को सुबह करीब छ: बजे सांप ने डंस लिया। हॉस्पिटल ले जाने पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। बाबजूद परिजन को महिला के जिंदा होने का विश्वास बना हुआ था। अत: उन्होंने तांत्रिक को बुलवाकर मौत के घंटों बाद तक महिला का शव रखकर झाड़ फूंक कराई।
इस दौरान झाड़फूंक देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही। मृतका के पुत्र ने बताया कि मां को सांप ने खेत में जाते समय डंस लिया था। उसे इलाज के लिए सदर हॉस्पिटल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया है। अब हम तांत्रिक की मदद से उसे जिंदा करने में लगे हैं।