रेलकर्मी आपात स्थिति में खुद भी किसी रेफरल अस्पताल जाकर भर्ती हो सकते हैं। कर्मचारियों की बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए मंगलवार को रेलवे बोर्ड से यह आदेश जारी हुआ है। इससे किसी तरह की एक्सीडेंट, हार्ट अटैक, लकवा, ब्रेन हैमरेज और आग से जलने पर तत्काल इलाज की सुविधा मिलेगी। नई गाइडलाइन से कर्मचारी को गंभीर स्थिति में रेलवे अस्पताल से रेफर कराने की जरूरत नहीं होगी।
रेल कर्मचारी उम्मीद कार्ड या रेलवे के पुराने मेडिकल कार्ड को दिखाकर सुविधा के अनुसार किसी रेफरल अस्पताल में खुद भर्ती हो सकते हैं। चक्रधरपुर मंडल मेंस कांग्रेस के संयोजक शशि मिश्रा ने बताया कि रेलवे बोर्ड की नई चिकित्सा सुविधा का लाभ कर्मचारियों के साथ उनके परिजनों व रिटायर कर्मचारी को भी मिलेगा। इसके तहत रेफरल अस्पताल प्रबंधन की जिम्मेदारी होगी कि कर्मचारी के इलाज एवं भर्ती होने की रेलवे अस्पताल एवं प्रशासन सूचना दें।
टाटा में तीन रेफरल अस्पताल:
जमशेदपुर के तीन अस्पतालों (टाटा मोटर्स, ब्रह्मानंद व मेडीट्रीना) में टाटानगर-आदित्यपुर या चक्रधरपुर मंडल के रेल कर्मचारियों की रेफरल सुविधा है। ज्यादातर रेल कर्मचारियों को टाटानगर अस्पताल से स्थिति के अनुसार रेफर किया जाता है। इससे कई बार रेलवे अस्पताल प्रबंधन पर समय से नेपाल नहीं करने का भी आरोप लगते रहा है।