देश को स्वच्छ बनाने के लिए कई तरह के मुहीम वर्षों से चलाये जा रहे हैं. ऐसे में हर साल स्वच्छ सर्वेक्षण भी की जाती है. ऐसे में इस बार भी इसका आयोजन किया गया. जिसमें झारखंड द्वितीय स्थान पर रहा. इसके लिए झारखंड सरकार को सम्मानित किया गया है. बता दें, नई दिल्ली स्थित तालकटोरा स्टेडियम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मौजूदगी में केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में झारखंड को 100 शहरी निकायों वाले राज्यों में देश के सेकेंड टॉपर राज्य का सम्मान प्रदान किया. इस मौके पर सरकार की ओर नगर विकास एवं आवास विभाग अंतर्गत्त राज्य शहरी विकास अभिकरण के निदेशक अमित कुमार ने सम्मान प्राप्त किया. दरअसल, वर्तमान समय में मुख्यमंत्री के कुशल मार्गदर्शन और सफाई कर्मियों के प्रति संवेदनशीलता का ही नतीजा है कि आज राज्य देश के टॉप राज्यों में शामिल है.
झारखंड के लिए यह गौरव की बात : सरकार
उधर, झारखंड सरकार की ओर से कहा गया है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य ने लगातार विकास की दिशा में कई उपलब्धियां हासिल की हैं. इसी क्रम में शनिवार 01 अक्टूबर 2022 को यह सम्मान मिला है. यहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कुशल नेतृत्व विकास की नई इबारत लिखी जा रही है. भारत सरकार की ओर से एक बड़े सम्मान से नवाजा गया है. यह झारखंड के लिए गर्व की बात है.
चाईबासा और बुंडू को भी मिला सम्मान
स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में झारखंड को सेकेंड टॉपर अवार्ड के साथ साथ कुछ अन्य शहरों को भी विभिन्न कैटेगरी में सम्मानित किया गया है. पूर्वी जोन के 50000 से 100000 आबादी वाले नगर निकायों में चाईबासा को बेस्ट सिटीजन फीडबैक के लिए सम्मानित किया गया है. पूर्वी जोन के 15000 से 25000 आबादी वाले नगर निकायों में बुंडू को बेस्ट सिटीजन फीडबैक के लिए सम्मानित किया गया है.
इंडियन स्वच्छता लीग में इनको सम्मान
केंद्र द्वारा देशभर के शहरों में 17 सितंबर 2022 को कराए गए इंडियन स्वच्छता लीग में भी झारखंड के तीन नगर निकायों को सम्मानित किया गया है. शुक्रवार 30 सितंबर 2022 को तालकटोरा स्टेडियम में ही केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी द्वारा झारखंड के जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र, मानगो और मेदनीनगर को इंडियन स्वच्छता लीग में बेहतर प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया. इस मौके पर जमशेदपुर और पलामू के उपायुक्त मौजूद रहे.
शहरी स्वच्छता क्षेत्र में झारखंड का प्रदर्शन
गौरतलब है कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2016 में झारखंड की स्थिति बहुत प्रशंसनीय नही थी पर लगातार स्वच्छ सर्वेक्षण 2017, 2018, 2019, 2020, 2021 और 2022 में राज्य की जनता के सहयों और शहरी निकायों तथा राज्य सरकार के कुशल मार्गदर्शन में राज्य नें स्वच्छता के क्षेत्र में कई सम्मान प्राप्त किए हैं. वर्तमान समय में मुख्यमंत्री के कुशल मार्गदर्शन और सफाई कर्मियों के प्रति संवेदनशीलता का ही नतीजा है कि आज राज्य देश के टॉप राज्यों में शामिल है.
निकायों द्वारा उठाए गए महत्वपूर्ण कदम
- स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 से पहले सभी निकायों में बैठक,कार्यशाला और कैंपेन आयोजित हुआ.
- समाज के हर वर्ग की सहभागिता सुनिश्चित करनें के लिए कार्यक्रम चलाए गए.
- डोर टू डोर वैस्ट कलेक्शन सुनिश्चित कराया गया.
- सेग्रिगेशन एंड प्रोसेसिंग ऑफ वैस्ट को प्राथमिकता दी गयी.
- पीट कंपोस्टिंग एंड ऑनसाइट कंपोस्टिंग के लिए नगर निकायों और नागरिकों को प्रोत्साहित किया गया.
- रीसाइक्लर्स को नगर निकायों के साथ जोड़ा गया.
- कैरी बैग को वैन किया गया और सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल में कमी लायी गयी.
- स्वच्छता ऐप के माध्यम से सफाई से जुड़ी समस्याओं का त्वरित निदान किया गया.
बेहतर प्रदर्शन से झारखंड में जगीं उम्मीदें
इधर नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव विनय कुमार चौबे नें इस सफलता के लिए मुख्यमंत्री के कुशल मार्गदर्शन और नागरिकों के सहयोग को श्रेय देते हुए विभाग से अगले सर्वेक्षण में और बेहतर परफॉर्मेंस का उम्मीद जताया है. राज्य शहरी विकास अभिकरण और स्वच्छ भारत मिशन शहरी के मिशन डायरेक्टर अमित कुमार नें कहा है कि यह क्षण झारखंड के लिए गौरव का क्षण है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मार्गदर्शन और सचिव नगर विकास एवं आवास विभाग विनय कुमार चौबे के सहयोग से यह उपलब्धि हासिल हो सकी है. उन्होंने सभी नगर निकायों के पदाधिकारी, कर्मी, सफाई कर्मी और नागरिकों को बधाई दी है. कहा कि इस सम्मान से आगे भी बेहतर कार्य की प्रेरणा मिलेगी.