सीबीएसई इस बार 10वीं, 11वीं और 12वीं के इंटरनल असेस्मेंट के अंकों के आधार पर 12वीं के नतीजे तैयार करेगा। सीबीएसई की गुरुवार को की गई इस घोषणा से कई छात्र परेशान हैं। छात्रों का कहना है कि 11वीं में अच्छे अंक नहीं आए थे। बोर्ड को 11वीं के 30 फीसदी अंकों को नहीं लेना चाहिए। सेंट माइकल हाई स्कूल के 12वीं के छात्रअर्पित राज का कहना है कि 10वीं में अच्छे अक आए थे। चूंकि 11वीं के अंक कहीं नहीं देखे जाते, इसलिए हमारा ध्यान प्रतियोगी परीक्षाओं पर होता है।
सीबीएसई 12वीं रिजल्ट फॉर्मूला 2021: नाराज छात्र बोले, 11वीं की परफॉर्मेंस को इतनी ज्यादा अहमियत क्यों
वहीं इसी स्कूल के छात्र सुभव कुमार का कहना है कि 11वीं में कम अंक आए थे, लेकिन 12वीं प्री बोर्ड में अच्छे अंक आए हैं। 11वीं के 30 फीसदी अंकों को 12वीं के अंकों में जोड़ने से छात्रों को डर है कि उनका पास पर्सेंटेज कम हो जाएगा। छात्र प्रांजल का कहना है ति 10वीं का रिजल्ट और 12वीं प्री बोर्ड के रिजल्ट से फार्मूला बनता तो हमें फायदा होता। 11वीं की परीक्षा स्कूल स्तर पर होती है, इसके अंक से 12वीं में कोई में मतलब नहीं होताा, इसलिए इस परीक्षा को छात्र हल्के में लेते हैं।
CBSE BOARD RESULTS : सीबीएसई 10वीं का रिजल्ट 20 जुलाई और 12वीं का 31 जुलाई तक