मेरिट और नॉन मेरिट अभ्यर्थियों को एक ही कैटेगरी में रखने के आदेश के विरोध में अभ्यर्थियों का आक्रोश फूट पड़ा है। एसटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने इसका विरोध करते हुए कहा कि नोटिफिकेशन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। हम चुप नहीं बैठेंगे। इसके खिलाफ उन्होंने कोर्ट जाने की चेतावनी दी है।
एसटीईटी 2019 उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने शिक्षा मंत्री को शनिवार को इस संबंध में ज्ञापन दिया। अभ्यर्थियों ने कहा कि शिक्षा विभाग ने जो आदेश निकाला है, वह बिल्कुल गलत है। मेरिट और नॉन मेरिट अभ्यर्थियों को एक समान माना गया है जबकि नोटिफिकेशन में मेरिट के आधार पर सीधे नियुक्ति की बात थी।
अभ्यर्थियों ने मांग की कि जब नोटिफिकेशन में एसटीईटी के अंक प्रतिशत के आधार पर अभ्यर्थियों को नियुक्त करने की बात है तो शिक्षा विभाग ने कैसे पत्र मेरिट और नॉन मेरिट अभ्यर्थियों को एक करने का निकला दिया है। नोटिफिकेशन के नियम का पालन सरकार करे। अगर नोटिफिकेशन के नियम का पालन नहीं हुआ तो हम कोर्ट जाएंगे और लड़कर अपना हक लेंगे।
अभ्यर्थियों ने कहा कि नोटिफिकेशन के कंडिका 2 और कंडिका 12 में साफ लिखा है कि नियुक्ति की प्रकिया में एसटीईटी के उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के अंक प्रतिशत के आधार पर घटते क्रम में मेधा सूचना का निर्माण होगा, जो अभ्यर्थी मेरिट लिस्ट में होंगे, उन्हीं को उत्तीर्ण होने का प्रमाण पत्र देकर ऑनलाइन माध्यम से बहाल किया जाएगा। अभ्यर्थी नीरज कुमार, अमित कुमार समेत अन्य ने कहा कि शिक्षा सुधार रोजगार के बैनर तले वे बड़ा आंदोलन करेंगे।