बारिश शुरू होने के बाद सर्पदंश की घटनाएं बढ़ गई हैं। पिछले एक सप्ताह में पांच लोग इसके शिकार होकर पीएमसीएच, एनएमसीएच और जीजीएस अस्पताल पहुंच चुके हैं। पीएमसीएच पहुंचे इसमें से दो समेत चार लोगों की जान बच गई, जिसमें जहानाबाद से आई एक बच्ची भी शामिल है। लेकिन आरा से रेफर होकर आए मो. खुशरूल की जान नहीं बच सकी। उनके साथ अस्पताल आए एक परिजन ने बताया कि रात के एक बजे जब खुशरूल अपने घर में सोया था तो उसको कुछ काट लिया। वह देख नहीं पाया। लेकिन पैर पर दांत के निशान देख उसको शक हुआ। थोड़ी देर बाद उसे चक्कर आने लगे। पहले झाड़फूंक कराने गया। स्थिति बिगड़ने पर उसे पीएमसीएच लाया गया। अस्पताल में इलाज से जुड़े एक वरीय चिकित्सक ने बताया कि अगर खुशरूल समय पर आ जाता तो उसकी जान बचाई जा सकती थी। पीएमसीएच में सांप काटने पर इससे बचाव संबंधित दवा एंटी स्नेक वेनम सीरम पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। सही समय पर डोज मिलने से पीड़ित की जान बचाई जा सकती थी।
सभी अस्पतालों व पीएचसी में दवा उपलब्ध
सिविल सर्जन विभा सिंह ने बताया कि बरसात में सर्पदंश की आशंका बढ़ जाती है। इसे देखते हुए पहले ही शहर के सभी सरकारी अस्पतालों व जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में एंटी स्नेक वेनम सीरम की आपूर्ति कर दी गई है। सिविल सर्जन के स्टोर में भी इस दवा के पर्याप्त स्टॉक अभी मौजूद हैं। इस दवा की कोई कमी नहीं है। ग्रामीण इलाके में भी सर्पदंश की घटनाएं हो तो पीड़ित के लिए दवा की कोई कमी नहीं होगी।
झाड़फूंक के चक्कर में जाती है जान
सिविल सर्जन ने कहा कि किसी भी इलाके में सर्पदंश की घटना होती है तो तत्काल नजदीकी अस्पताल अथवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचना चाहिए। कई लोग झाड़-फूंक के चक्कर में समय गंवा देते हैं जो पीड़ित की जान पर भारी पड़ जाती है। सर्पदंश में जितनी जल्दी एंटी स्नेक वेनम का इंजेक्शन लगेगा मरीज की जान बचने की संभावना उतनी अधिक होगी। उन्होंने कच्चे मकानों व खेतों में मकान बनाकर रहनेवाले लोगों से विशेष सावधानी बरतने की भी अपील की।
इन जगहों पर भी इंजेक्शन उपलब्ध
फतुहा सीएचसी, पालीगंज पीएचसी, मसौढ़ी अनुमंडलीय अस्पताल, बिक्रम पीएचसी, बाढ़ पीएचसी समेत अन्य अस्पतालों में सर्प काटने पर लगाया जाने वाला इंजेक्शन उपलब्ध है। बिहटा रेफरल अस्पताल में सर्पदंश का इंजेक्शन व अन्य दवा में उपलब्ध है। रात में भी यहां सर्पदंश से पीड़ित मरीजों की देखभाल होती है। मनेर पीएचसी में सर्पदंश सहित मौसम संबंधित सभी प्रकार की दवाई उपलब्ध है। पर्याप्त मात्रा में ओआरएस व दस्त के काम मे आने वाली सभी दवाइयां भी हैं। दनियावा पीएचसी में सर्पदंश का इंजेक्शन व अन्य दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।