बिहार में मॉनसून की एंट्री होते ही राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश हो रही है। बारिश ने जहां राज्य के लोगों को गर्मी से निजात दिलाई है। वहीं कई जगहों पर बारिश आफत बनकर आई है। इसी बीच बारिश की वजह से मसान नदी ने उग्र रूप धारण कर लिया है। तटीय इलाकों में नदी का पानी घुस रहा है जिससे लोग परेशान हैं।
ऐसे में बाढ़ बचाव संघर्ष समिति के अध्यक्ष ने पश्चिमी चंपारण के जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा है। इसमें मसान नदी के बाढ़ से बचाव कराने की मांग की गई है। दिए गए ज्ञापन में पश्चिमी चंपारण के प्रखंड बगहा एक के सलहा बरिअरवा पंचायत के झारमहुई गांव और रायबारी महुअवा पंचायत के विभिन्न गांवों को मसान नदी की बाढ़ की तबाही से बचाने की मांग की गई है।
ज्ञापन में मसान नदी बाढ़ बचाव संघर्ष समिति के अध्यक्ष खलीक कुरैशी और सचिव सफीउरहमान सहित दर्जनों की संख्या में लोगों ने जिलाधिकारी से कहा है कि लगातार मूसलाधार बारिश होने के कारण मसान नदी में बाढ़ आ गई है। रायबारी महुअवा पंचायत के मोरवा टोला के गरीब यादव, फुनफुन यादव, घुरा यादव, मलख यादव, लालबाबु यादव, इस्मायल खां का घर नदी मे डूब गया है।
सलहा बरिअरवा पंचायत के झारमहुई गांव स्थित उच्चोतर माध्यमिक विद्यालय झारमहुई की चाहरदीवारी, मदरसा का पक्का भवन एवं शमसाद अली का मकान भी मसान नदी ने ध्वस्त कर दिया है। बाढ़ ने झारमहुई गांव को चारों तरफ से घेर लिया है। मसान नदी के किनारे बसे घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है और सड़क पुल-पुलिया टूट गए हैं। ग्रामीणों ने महामारी की प्रबल संभावना जताई है।
ग्रामीणों का कहना है कि उक्त दोनों गांवो से निकलने वाला बाढ़ का पानी अजमलनगर, जमुनिया, तमकुही, सलहा, मुड़िला, बरिअरवा, बहुअरी, इनारबरवा, जिगना टोला समेत दर्जनों गांवों में घुसकर तबाही मचा रहा है। तबाही के मंजर को देखते हुए डीएम से जांच करके सरकारी स्तर पर सहयोग दिलाने की मांग की है।