कई दिनों से शांत पड़ी गंडक व बागमती के साथ ही बूढ़ी गंडक के जलस्तर में भी शुक्रवार को उछाल आया है। तीनों नदियों का जलस्तर के बढ़ने से जिले के तीन हिस्सों में भी परेशानी बढ़ने लगी है। बूढ़ी गंडक के पानी ने मुशहरी के राधानगर के वार्ड संख्या एक की तरफ रुख कर लिया है तो मिठनसराय की सड़क पूरी तरह डूब गई है। सिकंदरपुर स्लुइस गेट तक भी पानी पहुंच गया है। इससे शहर पर दबाव बढ़ा है।
शुक्रवार को जिले के पारू व साहेबगंज प्रखंड से होकर गुजरने वाली गंडक नदी में लगभग एक हफ्ते बाद उछाल आया। गंडक के जलस्तर में करीब 29 सेमी का उछाल आया। घरों को लौट चुके लोग एक बार फिर बोरिया-बिस्तर समेटने लगे हैं। दोनों ही प्रखंडों में तीन दिन पहले ही बांध पर शरण लेने वाले लोग अपने घरों को लौटे थे। एक बार फिर जलस्तर में उछाल ने डरा दिया है।
बागमती अभी खतरे के निशान के नीचे
मुजफ्फरपुर में बागमती नदी 13 सेमी चढ़ी। हालांकि यह खतरे के निशान से काफी नीचे है। इसलिए लोगों को इससे अभी कोई परेशानी नहीं है। बागमती के जलस्तर में बढ़ोतरी कटौंझा में दर्ज की गई है। वहीं, बूढ़ी गंडक में पानी बढ़ना जारी है। बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में छह सेमी की बढ़ोतरी हुई। सिकंदरपुर में नदी का पानी स्लुईस गेट तक पहुंच गया है। अब किसी भी क्षण स्लुईस गेट बंद करना पड़ सकता है। बूढ़ी गंडक के पानी ने मिठनसराय की मुख्य सड़क को पहले ही डूबो दिया है। अब यह मुशहरी के राधा नगर वार्ड संख्या एक में फैलने लगा है।