बिहार के मुंगेर जिले के नव पदस्थापित डीएम नवीन कुमार ने शनिवार को चड़िका स्थान के गर्भगृह में मां चंडिका की पूजा की। लॉकडाउन के कारण बीते 5 मई चंडिका मंदिर बंद है, फिर भी वहां के पुजारी ने उन्हें अंदर जाकर पूजा करायी। कोरोना में सभी मंदिर बंद है। भक्त मंदिरों के बाहर ही मत्था टेक कर चले जाते हैं।
इस संबंध में जब डीएम से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे पूजा करने नहीं, बल्कि उसके जीर्णोंद्धार को लेकर नगर आयुक्त श्रीकांत शास्त्री के साथ वहां गये थे। चंडिका न्यास समिति के पदेन अध्यक्ष होने के नाते वहां का जायजा लेना उनकी जिम्मेदारी है। यहां के विकास के लिये उनके पास एक प्लान आया, जिसके लिये वे वहां गये। डीएम ने आगे बताया कि पहली बार चंडिका स्थान पहुंचा था, गर्भगुफा के पास जायजा लेने के दौरान माता चंडिका को उन्होंने सिर्फ प्रणाम किया। इसमें कोविड-19 के नियम को कतई नहीं तोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 का नियम न सिर्फ आम लोगों पर लागू होता है, बल्कि खास लोगों पर भी उतना ही लागू होता है।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने भी कोरोना काल में की थी पूजा
इससे पहले पिछले वर्ष 4 नवंबर को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे ने ताला खोलवाकर मंदिर के गर्भगृह में पूजा की थी। कोरोना की पहली लहर में हुए पिछले लॉकडाउन में भी पूरे देश के धार्मिक स्थलों में ताला लटका हुआ था। इस दौरान अश्विनी चौबे मुंगेर आये थे। रात करीब 9 बजे उन्होंने इसी चंडिका मंदिर में ताला खुलवाकर पूजा-अर्चना की थी। इस संबंध में चंडिका न्यास समिति के सचिव ने उस वक्त कहा था कि पावरफुल लोगों को मना नहीं कर सकते।