बिहार के सभी वाम दल 16 से 30 जून तक महंगाई के खिलाफ अभियान चलाएंगे। अभियान के अंतिम दिन 30 जून को पांचों वाम दल एकजुट होकर सभी जिला मुख्यालयों पर संयुक्त मार्च करेंगे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।
जमाल रोड स्थित सीपीएम के राज्य कार्यालय में वाम दलों की बुधवार को हुई संयुक्त बैठक में यह फैला लिया गया। बैठक की अध्यक्षता सीपीआई के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने की। वाम दलों ने आयकर के दायरे से बाहर के परिवारों को छह महीने तक 7500 रुपया देने, परिवार के प्रति सदस्यों को 10 किलो अनाज के साथ-साथ दाल, खाद्य तेल, चीनी, मसाले, चाय आदि मुहैया कराने की मांग की।
वक्ताओं ने आरोप लगाया कि आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में लगातार वृद्धि कर लोगों की रोजी-रोटी पर हमला किया जा रहा है। कोविड महामारी से त्रस्त जनता के लिए महंगाई की मार झेलना असहनीय हो रहा है। गरीबों से लेकर मध्यवर्गीय लोगों का घरेलू बजट प्रभावित हो गया है। भुखमरी की स्थिति है। उत्पादकों को उसका न्यूनतम मूल्य भी नहीं मिल रहा है।
बैठक में सीपीएम के राज्य सचिव अवधेश कुमार, माले के राज्य सचिव कुणाल, फारवर्ड ब्लॉक के अमेरिका महतो, आरएसपी के वीरेन्द्र ठाकुर, सीपीएम के अरुण कुमार मिश्र, गणेश शंकर सिंह, सीपीआई के जानकी पासवान, रामचन्द्र महतो, सीपीआई (माले) के केडी यादव आदि शामिल हुए।