बिहार में बक्सर के मनोहरपुर गांव में नकली नोट छाप रहे पिता-पुत्र समेत तीन को बक्सर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ के बाद पुलिस ने जेल भेज दिया। मौके से पुलिस ने साढ़े तीन लाख से अधिक नकली नोट, लैपटॉप, प्रिंटर, कटर मशीन, कई एटीएम कार्ड भी बरामद किया है। पुलिस आरोपितों से मिली जानकारी के आधार पर मामले की जांच कर रही है।
बुधवार को पुलिस कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेस को संबोधित करते हुए एसपी नीरज कुमार सिंह ने बताया कि राजपुर थाना क्षेत्र के मनोहरपुर गांव में कथित सेना के जवान के द्वारा नकली नोट छापने की सूचना मिली थी। इसकी सूचना दो अन्य माध्यमों से भी पुलिस को मिली। सूचना मिलते ही सदर एसडीपीओ गोरख राम के नेतृत्व में मुख्यालय डीएसपी अशफाक अंसारी, राजपुर थानाध्यक्ष सह प्रशिक्षु डीएसपी शाहकार खान और अपर युसूफ अंसारी के टेक्निकल टीम के मदद से छापेमारी की गई।
नोट छापने के उपकरण भी मिले
छापेमारी के दौरान आरोपित के घर से नकली सौ और दो सौ के तीन लाख 12 हजार और करीब 65 हजार अर्द्धनिर्मित नोट बरामद किया गया। मौके से पुलिस ने नोट छापने में प्रयोग होने वाले उपकरण भी बरामद कर लिया। पुलिस ने नोट छापने के आरोपित धर्मेन्द्र सिंह, सुभाष सिंह और अशोक सिंह को गिरफ्तार कर लिया। एसपी ने बताया कि सुभाष सिंह का पुत्र धर्मेन्द्र सिंह पुरे मामले का मास्टरमाइंड है। पिता और उसके चचेरे भाई नकली नोट छापने में सहयोग कर रहे थे। एसपी ने बताया कि नोट छापने के मामले में गिरफ्तार आरोपितों से पुछताछ के आाधर पर छापेमारी की जा रही है। नकली नोट बनाने में और कौन-कौन शामिल है, सबका पता लगाकर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
दो माह से छाप रहा था नकली नोट
एसपी ने बताया कि धर्मेन्द्र ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह पिछले दो माह से गांव में रहकर नोट छाप रहा था। हालांकि नोट को बाजार में उतारने की बात से आरोपित इंकार कर गया। वहीं पुलिस अभी जांच की बात कह रही है। सूत्रों की मानें तो ग्रामीणों को नकली नोट छापने का शक पहले ही हो गया था।
सेना के जवान के तौर पर किया था खुद को स्थापित
नकली नोट छापने का मुख्य आरोपित धर्मेन्द्र ने गांव वाले से खुद को सेना का जवान बताया था।पुलिस के द्वारा कड़ाई से पूछताछ के बाद उसने बताया कि लोगों को भ्रम में रखने के लिए सैन्य जवान का आवरण ओढ़ रखा था। गिरफ्तार आरोपित हैदराबाद और वाराणसी में सिक्यूरिटी एजेंसी चलाता था। जिले में भी सिक्यूरिटी एजेंसी चलाने का योजना बना रहा था।
नकली नोट छापने से जुड़ी तार को खंगालेगी पुलिस
एसपी ने बताया कि फिलहाल आरोपितों से मिली जानकारी के आधार पर जांच की जा रही है। नकली नोट प्रकरण की पूरी जांच की जा रही है। नकली नोट छापने में सहयोगी सभी को जांच के बाद गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।