आरा जिले के प्रखंड की पवार पंचायत के वार्ड नंबर आठ में चल रही नल जल योजना में सरकारी राशि की गड़बड़ी सामने आई है। इसे लेकर वार्ड सचिव की ओर से पवना थाने में ठेकेदार के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
प्राथमिकी में वार्ड सचिव सतीश कुमार ने कहा है कि वार्ड संख्या आठ में नल जल योजना को पूर्ण करने के लिए गांव के ही ठेकेदार सुजीत कुमार को 16 लाख 50 हजार रुपये दिये गये थे। लेकिन, ठेकेदार की ओर से योजना को पूर्ण नहीं किया गया। इस मामले में विभागीय जेई मो राशिद की ओर से जब योजना की मापी की गई तो 10 लाख रुपये के ही कार्य हुए हैं।
शेष कार्य या पैसे के लिए ठेकेदार की तलाश की जाती है तो वे फरार मिलते हैं। इस मामले में वार्ड सचिव सतीश कुमार के बयान पर स्थानीय थाना पुलिस ने सुजीत कुमार के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। हालांकि ऐसा मामला केवल पवार पंचायत में नहीं है। प्रखंड की कई पंचायतें ऐसी हैं, जिसमें कागज पर ही ग्रामीणों को नल जल योजना का पानी पिलाया जा रहा है, लेकिन जांच व कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति की जाती है।