उत्तर प्रदेश के आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) ने धर्मांतरण मामले में लगातार दूसरे दिन रविवार को भी हथौड़ी थाना क्षेत्र के मुखिया पुत्र से पूछताछ की। उसके दिल्ली में रहने, कमाई के स्रोत व संपर्क में आए लोगों की जानकारी ली। उसने किस-किस संस्थान से क्या पढ़ाई की, उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित स्कूल के संपर्क में किस तरह आया, वहां कौन-कौन से लोग रहते थे, उसका संचालन कब और कैसे किया जा रहा आदि बिंदुओं पर पूछताछ की। इसके बाद एटीएस ने उसका मोबाइल व लैपटॉप जब्त कर लिया।
एसएसपी जयंतकांत ने भी दूसरे दिन हुई पूछताछ की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि यूपी एटीएस ने पूछताछ की है। आगे की जांच के लिए मुखिया पुत्र का मोबाइल व लैपटॉप जब्त कर लिया है। उन्होंने बताया कि फिलहाल उसे पीआर बॉन्ड पर छोड़ा गया है। मालूम हो कि उत्तर प्रदेश के एक निजी स्कूल के एक छात्र अपना धर्मांतरण किया है। मामले सामने आने के बाद यूपी एटीएस ने मुजफ्फरपुर के हथौड़ी थाना क्षेत्र के एक मुखिया के पुत्र को हिरासत में लेकर शनिवार पूछताछ की थी। उक्त स्कूल में मुखिया का पुत्र शिक्षक था। पूछताछ के दौरान उसके पिता साथ में होते थे।
दर्जनभर से अधिक संदिग्ध नंबर मिले
पुलिस सूत्रों की मानें तो एटीएस ने मुजफ्फरपुर पुलिस की मदद से मुखिया पुत्र का मोबाइल सीडीआर निकाला है। इससे पहले एटीएस भी सीडीआर निकालकर यूपी से लाई थी। दोनों सीडीआर का अध्ययन किया गया। सूत्रों के मुताबिक, इससे कई संदिग्ध नंबर भी मिले हैं। इसकी संख्या एक दर्जन से अधिक है, लेकिन एटीएस के अधिकारी इस बारे में बोलने से बचते रहे। जब्त लैपटॉप को भी खंगाला गया। आईपी और प्रोग्रामिंग की छानबीन की गई।
लखनऊ ले जाना चाहती थी एटीएस
मुखिया ने बताया कि उसके पुत्र को एटीएस पूछताछ के लिए लखनऊ ले जाना चाहती थी। उनलोगों पर दबाव भी डाला, लेकिन वह उनके दबाव में नहीं आए। मुखिया का दावा है कि उनका पुत्र अपने मजहब के संबंध में अधिक नहीं जानता है। जितना साधारण व्यक्ति जानता है, उतना ही उसे ज्ञात है। वह किसी का धर्म परिवर्तन नहीं करा सकता है।