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Bihar Live News – कांग्रेस की तानाशाही मानसिकता का जीवंत उदाहरण आपातकाल: संजय जायसवाल

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने कहा है कि 25 जून, 1975 की तारीख को भारतीय लोकतंत्र के काले अध्याय के तौर पर हमेशा याद रखा जाएगा। आरोप लगाया कि यह वही तारीख है जिस दिन सत्ता के लिए कांग्रेस ने तमाम राजनीतिक मर्यादाओं का मान-मर्दन करते हुए विरोध में उठने वाले हर स्वर का दमन करने का प्रयास किया था। यह काल-खंड इतना भयावह था कि आज भी उसके बारे में पढ़कर लोग सिहर जाते हैं।

शुक्रवार को जारी बयान में जायसवाल ने कहा कि आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी ने अपने विरोधियों के दमन के लिए मीसा कानून का जमकर दुरुपयोग किया था। इसी के तहत 25 जून 1975 की रात को 1.30 बजे जयप्रकाश नारायण को गिरफ्तार कर लिया गया था और बाद में इसी को मोहरा बनाते हुए विपक्ष के तमाम नेताओं को सलाखों के पीछे कर दिया गया, जिनमें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से लेकर लाल कृष्ण आडवाणी, जार्ज फर्नांडीज, अरुण जेटली, रविशंकर प्रसाद तक शामिल थे। कांग्रेस द्वारा मीसा कानून को इतना कड़ा कर दिया गया कि न्यायपालिका में बंदियों की कहीं कोई सुनवाई नहीं होती थी। कई बंदी तो ऐसे भी थे जो पूरे 21 महीने के आपातकाल के दौरान जेल में ही कैद रहे। 

कांग्रेस के निरंकुश शासन को जनता भूल नहीं सकती: तारकिशोर
उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा है कि 25 जून, 1975 को लोकतंत्र का गला घोंटा गया था। कांग्रेस के निरंकुश शासन को देश की जनता कभी नहीं भूल सकती।  पूर्णिया भाजपा इकाई की ओर से आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि देश के इतिहास में तत्कालीन कांग्रेसी सरकार ने 25 जून, 1975 को सबसे अलोकतांत्रिक कदम उठाते हुए मीडिया पर प्रतिबंध लगा दिया था। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर प्रतिबंध लगाते हुए हजारों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। विपक्षी नेताओं पर दमनात्मक पुलिसिया कार्रवाई की गई। आज भी कांग्रेस पार्टी गैर-राष्ट्रवादी सोच और मंसूबों को कामयाब करने में लगी है, परंतु भाजपा एवं राजग के कार्यकर्ता कांग्रेस की इस मुहिम को कभी सफल नहीं होने देंगे। 

कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए कहा कि आज जरूरत इस बात की है कि कांग्रेस की कार्यशैली के विषय में लोगों को विस्तार से बताया जाए। कांग्रेस पार्टी सदैव एक परिवार के इर्द-गिर्द गणेश परिक्रमा में लगी रही है, जबकि भाजपा एक राष्ट्रवादी पार्टी है। भाजपा ने परिवारवाद को कभी तरजीह नहीं दी और देशहित को सर्वोपरि रखा। कहा कि राजनीतिक दृष्टि से सजग रहते हुए भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में राष्ट्रवाद को पुष्पित-पल्लवित रखने हेतु आम-ओ-आवाम को कांग्रेस के सत्तालोलुप प्रवृत्ति, गैर-राष्ट्रवादी विचारों और मंसूबों को बेनकाब करने की जरूरत है।

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