देशभर के रेल इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करने की कवायद तेज गति से चल रहा है। जिसमे ख़ासतौर पर आधुनिकरण पर ख़ास ध्यान दिया जा रहा है. रेल मंत्रालय की ओर से देश के सभी रेलखंडों पर इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने की योजना बनायीं है। वर्तमान में सभी ट्रेनों को इलेक्ट्रिक ट्रेन के रूप में तब्दील किया जा रहा है।
बता दें कि भारतीय रेल का नेटवर्क विश्व का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। इंडियन रेलवे सिविल इंजीनियरिंग पोर्टल के मुताबिक भारतीय रेल की कुल रूट लंबाई 67,956 किलोमीटर है। जिसमें से 52,247 रूट किलोमीटर इलेक्ट्रिफाई हो गया है।
77 फीसदी इलेक्ट्रिफिकेशन पूरा।
मंत्रालय ने भारतीय रेल के इलेक्ट्रिफिकेशन का ट्रेंड शेयर किया है, जिसमें साल 1951 से लेकर 31 जुलाई, 2022 तक का ट्रेंड है। रेल मंत्रालय के मुताबिक साल 1951 से 2014 तक यानी 63 सालों में भारतीय रेल का कुल 21,413 किलोमीटर रूट ही इलेक्ट्रिफाई हो पाया था। जबकि साल 2014 के बाद से लेकर 31 जुलाई, 2022 तक यानी करीब 8 साल में रेलवे का 30,585 किलोमीटर इलेक्ट्रिफाई किया जा चुका है। इसका सीधा मतलब ये हुआ कि भारतीय रेल के कुल 67,956 रूट किलोमीटर लंबे नेटवर्क का 77 फीसदी यानी 52,247 रूट किलोमीटर रेल नेटवर्क का इलेक्ट्रिफिकेशन किया जा चुका है।