रांची: बिहार के दरभंगा, मुजफ्फरपुर और रांची से आकर गिरिडीह में अल्पसंख्यक समुदाय के बीच देश विरोधी नफरत फैलाने के आरोप में पुलिस ने 11 लोगों को हिरासत में लिया है. इन्हें अल्पसंख्यक समाज के लोगों ने ही पकड़कर पुलिस के हवाले किया. बताया जा रहा है कि जब स्थानीय दो युवकों को इनकी देश विरोधी मानसिकता का पता चला तो वो विरोध में उतर आए. विरोध पर गिरोह के सदस्यों को लगा कि अब उनका भंडाफोड़ हो जाएगा तो शुक्रवार को भंडारीडीह मस्जिद से नमाज पढ़कर निकल रहे तारिक और सरफराज को पहले धमकाया. इसके बाद भी बात नहीं बनी तो दोनों पर लोहे की राड से हमला कर दिया. तभी इस घटना की जानकारी लोगों को हो गई और वो पहुंच गए. जब विवाद की वजह का पता चला तो लोगों ने आरोपियों को दबोच लिया. सूचना मिलते ही नगर थाने की पुलिस भी पहुंची और गिरोह में शामिल तमाम आरोपियों को हिरासत में ले लिया है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि मोहम्मद शकील व मोहम्मद हनीफ धर्म के नाम पर लोगों को भड़का रहे थे. इनके चंगुल में गिरिडीह के कई युवक फंस चुके हैं. युवाओं का धर्म के नाम पर ब्रेन वॉश कर देश के प्रति नफरत फैलाने का काम कर रहे थे. इस मामले में पुलिस ने मोहम्मद इकबाल, मोहम्मद इरफान, मोदस्सीर, अफजल, मोहम्मद माज, नुरुल इस्लाम, मोहम्मद हनीस, मोहम्मद हैदर, मोहम्मद सरफराज, मोहम्मद तौसीक और अम्मार हसन गिरफ्तार किया है. इनके खिलाफ धार्मिक भावना पहुंचाने सहित कई धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है. ये पिछले 8 माह से गिरिडीह में युवाओं का ब्रेन वॉश कर रहे थे.
विरोध करने पर जान से मारने की धमकी
भंडारीडीह निवासी मो. तस्लीम ने इस बाबत नगर थाने में लिखित शिकायत दी है, जिसमें कहा गया है कि दरभंगा के मेहंदी शकील बिन हनीफ नामक एक संगठन बनाया गया है. भंडारीडीह के एक आवास में रहकर कम पढ़े लिखे मुस्लिम युवकों को बरगला कर अपने संगठन में शामिल करने की साजिश रची जाती है. इसका विरोध करने पर जान से मारने की भी धमकी दी जाती है. संगठन बना रहे अभियुक्तों द्वारा मुस्लिम समाज के कम पढ़े लिखे लोगों को जबरदस्ती शकील बिन हनीफ को अपना रहनुमा मानने के लिए बरगलाने का काम किया जाता है.