कहते हैं न कि जोड़ियां ऊपर वाला तय करता है। ऊपर वाले के आगे सारे प्रयास विफल होते रहते हैं। ऐसा ही कुछ सिगोड़ी थाने के मोरारचक में देखने को मिला। दूल्हा मंडप में बैठा है। घर में मंगलगीत गाये जा रहे हैं। चहुंओर खुशी का महौल है। दुल्हन मंडप की ओर धीरे-धीरे कदम बढ़ा रही है, तभी आंगन में पुलिस की एंट्री होती है। अभी लोग कुछ समझ पाते इससे पहले ही पुलिस दूल्हे को मंडप से उठाती है और अपने साथ लेकर निकल जाती है। दुल्हन के पैर ठिठक जाते हैं और वह वापस लौट जाती है।
जी हां, यह सब हुआ 15 जून को मोरारचक गांव में। मंडप से लेकर गांव और आसपास तक बात फैलते देर नहीं लगी। तरह तरह की चर्चाएं होने लगी। तभी इस कहानी में पंचायत का मुखिया एंट्री लेता है। पंचायत बैठती है। काफी जद्दोजहद के बाद तय होता है कि दुल्हन की शादी दूल्हे के छोटे भाई से करा दी जाए। पंचायत की बात बाराती और घराती के लोग मान लेते हैं। आनन-फानन में दूल्हे के छोटे भाई को तैयार किया जाता है और फिर उसी मंडप में दुल्हन के साथ छोटे भाई की शादी करा दी जाती है।
जी हां, यह सब हुआ 15 जून को मोरारचक गांव में। मंडप से लेकर गांव और आसपास तक बात फैलते देर नहीं लगी। तरह तरह की चर्चाएं होने लगी। तभी इस कहानी में पंचायत का मुखिया एंट्री लेता है। पंचायत बैठती है। काफी जद्दोजहद के बाद तय होता है कि दुल्हन की शादी दूल्हे के छोटे भाई से करा दी जाए। पंचायत की बात बाराती और घराती के लोग मान लेते हैं। आनन-फानन में दूल्हे के छोटे भाई को तैयार किया जाता है और फिर उसी मंडप में दुल्हन के साथ छोटे भाई की शादी करा दी जाती है।
अब जरा नजर डालें पूरे घटनाक्रम पर
पालीगंज थाने के सियारामपुर निवासी संजय यादव के बेटे अनिल कुमार की शादी सिगोड़ी थाने के मुरारचक गांव के भीम यादव उर्फ पंकज के लड़की से तय हुई थी। सभी कार्यक्रम पहले से निर्धारित तिथि के अनुसार चल रहे थे। 15 जून को जब बारात मुरारचक गांव में पहुंची तो गांव वाले बारात को अच्छी तरह से खातिरदारी की। बारात दरवाजे लगाने के बाद जनमसे में आकर बैठ गयी। बारातियों को नाश्ता भोजन कराया जा रहा था।
जैसे ही दूल्हे की पहली पत्नी होने का दावा करने वाली लड़की को यह बात पता चली कि अनिल की आज बारात गई है, वह सिगोडी थाने पहुंची और पुलिस को सबकुछ बताते हुए अनिल की दूसरी शादी को तत्काल रुकवाने की अपील की। लड़की ने पुलिस को अनिल के साथ शादी की अनेकों तस्वीरें दिखाई, जिसके बाद पुलिस ने भी लड़की का साथ दिया।
दूल्हा पहले से ही था शादीशुदा
इसी बीच गांव के मुखिया अशोक यादव के पास सिगोड़ी थानाध्यक्ष ने फोन कर जानकारी दी कि आप के गांव में जो बरात आई हुई है, वो लड़का पहले से ही रूबी (24 वर्ष) नाम की लड़की से शादी कर चुका है। लड़की हमारे पास आई हुई है। अभी आप जाकर शादी रुकवा दें। हम लोग आ रहे है। यह बात सुन मुखिया लड़की के पिताजी को सारी बातों से अवगत करा दिया। यह बात सुन लड़की के पिता और गांव वाले हक्के बक्के हो गए। गांव में यह खबर आग की तरह फैल गयी। इसी बीच वहां लड़की सिगोड़ी थाने के पुलिस को लेकर पहुंच गई। सबूत के तौर पर लड़की ने परिवार व गांव वालों को कई फोटो दिखलाई।
लड़के के छोटे भाई से हुई दुल्हन की शादी
लड़की ने कहा की एक साल पहले ही हम दोनों ने शादी कर ली है। पुलिस लड़के को लेकर थाने चली आई। इधर लड़के को थाने जाने के बाद गांव वालों ने बारात पार्टी को बंधक बना लिया। तब गांव के मुखिया ने प्रतिष्ठा का हवाला देते हुए दोनों पक्षों को बीच का रास्ता निकालने को कहा। काफी मंथन के बाद तय हुआ कि लड़के के छोटे भाई से दुल्हन की शादी करा दी जाए। सुबह में दोनों पक्षों के मौजूदगी में शादी सम्पन्न करा दी गयी। तब जाकर मामला शांत हुआ। उधर पुलिस ने बड़े भाई अनिल को पत्नी रूबी के साथ रहने व उसकी देख रेख करने सम्बंदित बन्ध पत्र लिखवाकर छोड़ दिया।