देश में खोए या चोरी हुए स्मार्टफोन के दुरुपयोग को रोकने के लिए सरकार बड़ी कदम उठाई है. बता दें, ये फैसला साहसिक और कामगार भी है. इसके सभी मोबाइल फोन कंपनियों को भारत में बनने वाले प्रत्येक हैंडसेट के IMEI नंबर को Indian Counterfeited Device Restriction portal पर रजिस्टर करना होगा. अतीत में आई रिपोर्ट्स ने इस बात क उजागर किया है कि भारत में लाखों स्मार्टफोन और फीचर फोन नकली IMEI नंबर या यहां डुप्लिकेट IMEI नंबर के साथ आते हैं.
इसके अलावा भारत में लोकप्रिय हैंडसेट की नकली कॉपी खरीदना मुश्किल नहीं है. नए नियम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि भारत में बेचे जाने वाले सभी मोबाइल फोन में एक वैध IMEI नंबर हो जिसे डिजिटल रूप से ट्रैक किया जा सके. इसके अलावा यह नियम आयात किए स्मार्टफोन के साथ-साथ जैसे टॉप-एंड आईफोन, सैमसंग गैलेक्सी स्मार्टफोन पर भी लागू होगा.
स्मार्टफोन की ब्लैक मार्केटिंग पर लगेगा अंकुश
नई प्रक्रिया यूजर्स को अपने स्मार्टफोन या फीचर फोन खो जाने या चोरी होने पर ब्लॉक करने में मदद करेगी, ताकि इसका दुरुपयोग न हो सके. इससे भारत में स्मार्टफोन की ब्लैक मार्केटिंग पर भी अंकुश लगने की उम्मीद है.गौरतलब है कि जून 2020 में मेरठ पुलिस ने खुलासा किया था वीवो के 13,500 स्मार्टफोन में एक ही IMEI नंबर था और ऐसा केवल एक ब्रांड के साथ नहीं है. बल्कि इस तरह के मामले पहले अन्य चीनी ब्रांडों में देखे गए हैं.
रजिस्टर करना होगा IMEI नंबर
बता दें कि सरकार स्मार्टफोन मेकर्स कंपनियों को 1 जनवरी 2023 से भारत में बने अपने हर स्मार्टफोन के IMEI नंबर को Indian Counterfeited Device Restriction
Portal(https://icdr.ceir.gov.in) के साथ रजिस्टर करना होगा. ये काम फोन को बेचने से पहले ही करना होगा.
अपराधियों को ट्रैक करने में काम आता है IMEI नंबर
गौरतलब है कि IMEI नंबर एक यूनीक नंबर होता है और इसका उपयोग अपराधियों को ट्रैक करने के लिए किया जाता है, जहां एक ओर सिम कार्ड को बदला या नष्ट किया जा सकता है. वहीं, IMEI नंबर हार्ड कोडित होता है और इसके जरिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए अपराध से निपटना आसान हो जाता है.
कैसे चेक करें IMEI नंबर
अगर आप कहीं से इस्तेमाल किया हुआ मोबाइल फोन या नया हेडसेट खरीद रहे हैं, तो हमेशा जांच लें कि डिवाइस को आईएमईआई नंबर मिला है या नहीं. आईएमईआई नंबर के बिना मिलने वाला कोई भी डिवाइस नकली है और आपको इसे खरीदने से बचना चाहिए. यूजर्स *#06# डायल करके आईएमईआई नंबर की जांच कर सकते हैं. बता दें कि डुअल सिम स्मार्टफोन के लिए दो यूनिक आईएमईआई नंबर होंगे.
ICDR सिस्टम क्या है?
2021 में सरकार ने विभिन्न सीमा शुल्क बंदरगाहों के माध्यम से मोबाइलों के आयात के लिए IMEI प्रमाणपत्र जारी करने के लिए ICDR प्रणाली की शुरुआत की थी. नई प्रणाली 1 जनवरी 2020 को ही चालू हो चुकी है. IMEI प्रमाणपत्रों के पंजीकरण और निर्माण के लिए नई प्रणाली को वेब पोर्टल https://icdr.ceir.gov.in के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है. वर्तमान में इस वेब पोर्टल के माध्यम से IMEI प्रमाणपत्रों के पंजीकरण के लिए कोई शुल्क नहीं लेता है.
कैसे चेक करें IMEI नंबर
अगर आप कहीं से इस्तेमाल किया हुआ मोबाइल फोन या नया हेडसेट खरीद रहे हैं, तो हमेशा जांच लें कि डिवाइस को आईएमईआई नंबर मिला है या नहीं. आईएमईआई नंबर के बिना मिलने वाला कोई भी डिवाइस नकली है और आपको इसे खरीदने से बचना चाहिए. यूजर्स *#06# डायल करके आईएमईआई नंबर की जांच कर सकते हैं. बता दें कि डुअल सिम स्मार्टफोन के लिए दो यूनिक आईएमईआई नंबर होंगे.
ICDR सिस्टम क्या है?
2021 में सरकार ने विभिन्न सीमा शुल्क बंदरगाहों के माध्यम से मोबाइलों के आयात के लिए IMEI प्रमाणपत्र जारी करने के लिए ICDR प्रणाली की शुरुआत की थी. नई प्रणाली 1 जनवरी 2020 को ही चालू हो चुकी है. IMEI प्रमाणपत्रों के पंजीकरण और निर्माण के लिए नई प्रणाली को वेब पोर्टल https://icdr.ceir.gov.in के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है. वर्तमान में इस वेब पोर्टल के माध्यम से IMEI प्रमाणपत्रों के पंजीकरण के लिए कोई शुल्क नहीं लेता है.