सिमडेगा जिले के जलडेगा प्रखंड में शूट की गई नागपुरी-मुंडारी शॉर्ट फिल्म ‘बांधा खेत’ काफी लंबे समय से चर्चा में बनी हुई है. यह फिल्म कोरोना काल के दौरान मात्र 500रूपये की लागत राशि में बनी थी. दुनियाभर के कई फिल्म फेस्टिवल में चुने जाने के बाद इस फिल्म को 29 जून से लेकर 3 जुलाई तक न्यूजीलैंड के माओरीलैंड फिल्म फेस्टिवल में दिखाया गया. यह न्यूजीलैंड की प्रतिष्ठित फिल्म फेस्टिवल में से एक है. यहां दुनिया भर से आदिवासी और ग्रामीण परिवेश पर बनी फिल्मों को चुना जाता है. बता दें इस फिल्म को भी काफी पसंद किया गया. इस फिल्म के लीड एक्टर अनुराग लुगुन हैं.
भारत से चुनी गई एकमात्र फिल्म
आपको बता दें, दुनियाभर से 106 फिल्मों का चयन इस फिल्म फेस्टिवल में हुआ था, जिसमें भारत से एक मात्र फिल्म “बांधा खेत” थी. बांधा खेत मुंडा समाज के परिवेश में रची बसी शॉर्ट फिल्म है. इस फिल्म को NPK के द्वारा निर्देशित किया गया है. इस फिल्म के लगभग कलाकार गांव के हैं और पहली बार उन्होंने अभिनय किया है.
ऑस्ट्रेलिया के फिल्म फेस्टिवल में भी चयनित
दरअसल, इस फिल्म को न्यूजीलैंड के फिल्म फेस्टिवल में मौजूद दर्शकों के साथ-साथ कई प्रसिद्ध फिल्म डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और क्रिटिक्स ने भी देखा और खूब सराहा. इनमें से उपस्थित ऑस्ट्रेलिया से आए फिल्म प्रोड्यूसर जैमिनी और फिल्म डायरेक्टर टोनी ब्रिग्स को फिल्म इतनी पसंद आ गई कि उन्होंने “बांधा खेत” का चयन ऑस्ट्रेलिया के बिरारंगा फिल्म फेस्टिवल मेलबर्न में चयन कर लिया. साथ ही इस फिल्म को मंगलवार से साउथ कोरिया के सियोल, इन्चियोन, इंजी आदि जगहों पर लगातार 14 दिनों तक दिखाई जाएगी.
निःशुल्क फिल्म मेकिंग और एक्टिंग कार्यशाला: प्रोड्यूसर यतिन्द्र मिश्रा
इस शॉर्ट फिल्म के निर्देशक एनपीके उर्फ़ पुरुषोत्तम कुमार हैं जो वर्तमान में डीएसपीएमयू के नागपुरी विभाग के छात्र हैं. उन्होंने बताया कि फ़िलहाल खुशी का माहौल है कि झारखंड की सांस्कृतिक विरासत और विचार को विदेशों में भी पसंद किया जा रहा है. वहीं प्रोड्यूसर यतिन्द्र मिश्रा ने कहा कि हमारे प्रोडक्शन की ओर से बहुत ही जल्द नई प्रतिभाओं को निखारने के लिए 5 दिवसीय निःशुल्क फिल्म मेकिंग और एक्टिंग कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा.