झारखंड बनने के बाद यहां नेशनल हाईवे का दायरा बढ़कर 3367 किमी हो चुका है। यानी, 22 साल में एनएच का निर्माण दोगुने से भी ज्यादा हुआ है। साल 2000 में एनएच 1606 किमी था। अब यह 3367 किमी हो गया है। इसके अलावा कई प्रोजेक्ट पर काम चल रहे हैं। हर जिले में सड़कें बिछने से औद्योगिक विकास की राह खुल रही है।

झारखंड तेजी से उभरता राज्य है। यहां सड़कों के साथ उद्योगों का जाल बिछ रहा है। भारतमाला परियोजना से झारखंड में 702 किमी सड़क बनाई जा रही है। 5 कॉरिडोर बन रहे हैं। एक हाई स्पीड कॉरिडोर भी बनाया जाएगा। विभागीय जानकारी के अनुसार, पहला कॉरिडोर रायपुर-धनबाद के बीच बनेगा। यह सड़क छत्तीसगढ़ से गुमला, पलमा, ओरमांझी, गोला व बोकारो होते हुए धनबाद जाएगी।

दूसरा कॉरिडोर रांची-संबलपुर तक बनेगा। रांची-संबलपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर ग्रीनफील्ड कॉरिडोर होगी। तीसरा कॉरिडोर रांची-पारादीप होगा, जो रांची से खूंटी, हाट गम्हरिया, पारादीप जाएगी। चौथा बख्तियारपुर-ओरमांझी इकोनॉमिक कॉरिडोर होगा। यह सड़क बरही, कोडरमा होते हुए बख्तियारपुर जाएगी। पांचवां कॉरिडोर रांची से विढमगंज (यूपी) के बीच बनेगा, जो रांची-वाराणसी इकोनॉमिक कॉरिडोर के नाम से जाना जाएगा। तस्वीर हजारीबाग के कनहरी हिल के पास की है।