बिहार की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए अब राज्य सरकार एक्शन में आ गयी है। गुरुवार को शिक्षा विभाग ने एक बड़ा फैसला लिया है। राज्य के सभी स्कूल व कॉलेजों में बायो-मेट्रिक अटेन्डस के द्वारा अटेंडन्स किया जाएगा। इस तरह अटेंडेंस सिर्फ शिक्षकों के ही नहीं छात्रों के लिए भी होगा। बता दे कि शिक्षा विभाग अगले साल से राज्य के सभी उच्च शिक्षा संस्थानों में छात्रों के लिए भी यह व्यवस्था शुरू करने की योजना बना रहा है। इस आशय का प्रस्ताव कुलपति के पास स्वीकृति के लिए भेजा गया है।
बता दे कि राज्य के सरकारी स्कूल व कॉलेजों में शिक्षक अपने अनुसार कॉलेज में उपस्थित होते थे। इसके साथ ही कॉलेज में छात्रों का भी आना- जाना अपने अनुसार ही होता था। इसके अलावा छात्र क्लास छोड़ बाहर घूमते रहते थे। इस सभी स्थिति को देखते हुए विभाग इन सभी पर पर लगाम लगाने की तयारी शुरू कर दी है।
75% उपस्थिति होगी अनिवार्य।
शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने चांसलर को भेजे पत्र में लिखा ‘नई प्रणाली लागू होने के बाद, छात्रों को उनकी उपस्थिति के आधार पर ही परीक्षाओं में बैठने की अनुमति दी जाएगी। ऐसे में अब 75% उपस्थिति हर हाल में होनी जरूरी है। विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को छात्रों की उपस्थिति के अनुसार कक्षाओं के उचित संचालन के लिए आवश्यक व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।