राज्य का सबस व्यस्तम रेलवे स्टेशन की सूची में सबसे पहले पटना जंक्शन का नाम आता है. जिससे स्टेशन में ट्रेनों का ओवरलोड काफी हो जाता है। इसके कारन अन्य ट्रेनों को भी परेशानी होती है। इस स्टेशन पर ओवरलोड काम करने शहर में सब अर्बन टर्मिनल बनाने की योजना है। जिसके लिए रेलवे ने राज्य सरकार से जमीन की जमीन की है। राज्य सरकार की ओर से पटना के हार्डिंग पार्क के पास के जगह को दिया गया है। इस जमीन को रेलवे ने फाइनल कर लिया है। रेलवे राजधानी के हार्डिंग पार्क के समीप सब अर्बन टर्मिनल बनाने की तैयारी शुरू कर दी है।
रेलवे पटना घाट रेल लाइन की 18.5 एकड़ जमीन राज्य सरकार काे साैंप चुका
इस परियोजना के बदले रेलवे पटना घाट रेल लाइन की 18.5 एकड़ जमीन राज्य सरकार काे साैंप चुका है। रेलवे की ओर से बिहटा एयरपोर्ट से दानापुर स्टेशन तक एलिवेटेड रोड के लिए भी जमीन दी गई है। इसके बदले में हार्डिंग पार्क की 4.6 एकड़ जमीन राज्य सरकार रेलवे काे देगी। राज्य सरकार की जमीन रेलवे को सौंपने की मंजूरी भी कैबिनेट से मिल चुकी है। दानापुर डीआरएम प्रभात कुमार ने बताया कि इस परियोजना को रेलवे बोर्ड से अप्रूवल मिल चुका है।
मेट्रो सिटी की तर्ज पर पटना में बनने वाले बिहार के इस पहले सब अर्बन टर्मिनल
बता दें कि मेट्रो सिटी की तर्ज पर पटना में बनने वाले बिहार के इस पहले सब अर्बन टर्मिनल से सिर्फ मेमू पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन होगा। अभी मेमू पैसेंजर ट्रेनें जब पटना जंक्शन पर 5 मिनट या 10 मिनट या जितनी देर रुकती हैं, उतनी देर प्लेटफॉर्म के साथ रूट भी इंगेज रहता है। भविष्य में और ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी तो इसका सीधा असर मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों की टाइमिंग पर पड़ेगा। ऐसे में लोकल ट्रेनों के लिए अलग टर्मिनल बनाने की सख्त जरूरत है।