शहर में नगर निगम की जमीन का अब व्यवसायिक उपयोग करेगा। इसे लेकर नगर निगम प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है। पहले चरण में मंसूरगंज चौक, बबरगंज ओपी के समीप, वन विभाग के सामने और नाथनगर के पीपरपांती में नगर निगम की जमीन पर मार्केङ्क्षटग कांपलेक्स का निर्माण होगा। निगम मार्केटिंग कांपलेक्स बनाकर अपने आंतरिक संसाधन को भरने की तैयारी में है। इन चारों स्थानों पर मार्केटिंग कांपलेक्स निर्माण से करीब 350 से अधिक दुकानों के निर्माण का अनुमान लगाया गया है। सशक्त स्थायी समिति के प्रस्ताव पर नगर निगम प्रशासन ने जमीन संबंधी कागजात का आंकलन कर रहे हैं। साथ ही नक्शा शाखा को कांपलेक्स निर्माण के लिए आर्किटेक्ट से भवन का डिजाइन तैयार को कहा गया है।
अतिक्रमण खाली कराना निगम के लिए चुनौती
शहर के बीचोबीच मंसूरगंज में निगम का 11 क_ा जमीन भी अतिक्रमण्कारी के कब्जे में हैं। यहां वर्ष 1865 से मछली व मांस का मार्केट हुआ करना था। लंबे समय से तीन अलग-अलग पक्का भवन में दुकानों के संचालन हुआ। लेकिन 1988 के करीब एक भवन जर्जर होकर ध्वस्त हो गया।तत्कालीन मेयर दीपक भुवानिया ने 2012 में मार्केटिंग कांपलेक्स पीपीपी मोड पर निर्माण का प्रस्ताव भी लिया था। लेकिन अब तक अमल नहीं हुआ। यहां 70 से अधिक लोगों ने स्थायी तौर अतिक्रमण कर रखा है। निगम बीते 10 साल अतिक्रमण है तो उसे खाली कराने की कवायद तक नहीं हुई। इसे खाली कराना निगम के लिए चुनौती है। नाथनगर के पीपरपांती में एनएच 80 के किनारे कीमती जमीन भी बेकार पड़ी। अब जमीन के आसपास के लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है। इसकी चारदीवारी कराने को निगम के पास योजना नहीं है। निगम प्रशासन ने नक्शा शाखा को डिजाइन तैयार करने की जिम्मेदारी हैं। वहीं डिप्टी मेयर राजेश वर्मा का भरपूर सहयोग मिल रहा है।
नक्शा शाखा से चारों भूखंड से संबंधित कागजातों का विस्तृत रिपोर्ट मांगा गया है। आर्किटेक्ट से भवन का डिजाइन तैयार करने का निर्देश दिए हैं। डीपीआर तैयार होने के बाद इसका निर्माण शुरु कराया जाएगा। इसके लिए आगे की तैयारी की जा रही है।
– प्रफुल्ल चंद्र यादव, नगर आयुक्त