बिहार से दूसरे राज्य के बीच कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए लगातार बसों के परिचालन में बढ़ावा दिया जा रहा है। बिहार सरकार राज्य से सटे बंगाल और छत्तीसगढ़ के के लिए 56 रुटों पर 180 बसों के परिचालन करने के लिए बस मालिकों से आवेदन मांगा है। बिहार एवं पश्चिम बंगाल और बिहार व छत्तीसगढ़ के मध्य हुए पारस्परिक परिवहन समझौते के तहत करीब छह दर्जन रूट बसों के परिचालन के लिए चिह्नित किये गये थे। इनमें अधिकांश रूटों पर बसों का परिचालन हो रहा है,लेकिन उनकी संख्या कम है।
जानिए कब तक करना होगा आवेदन
परिवहन प्राधिकार ने बिहार से बंगाल और छत्तीसगढ़ के लिए परमिट की स्वीकृति देने को गाड़ी मालिकों से 23 जून तक ऑनलाइन आवेदन मांगा है। वहीं, 24 जून तक आवेदन की हार्ड कापी भी कार्यालय में जमा करनी जरूरी है। परमिट की स्वीकृति के लिए राज्य परिवहन प्राधिकार की बैठक आठ जुलाई को बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के मुख्यालय में होगी।
इन रूटों में चलेगी बसें
बिहार से बंगाल के लिए 45 रूट चिह्नित किये गये हैं। इनमें 34 रूटों पर करीब 116 बसों की रिक्तियां हैं। सुल्तानगंज से मालदा वाया कटिहार, भागलपुर से सिउरी वाया दुमका, मरहर से कोलकाता वाया धनबाद, पूर्णिया से कोलकाता वाया फरक्का और भागलपुर से दुर्गापुर वाया दुमका रूट पर सर्वाधिक बसों की रिक्तियां हैं। वहीं, बिहार से छत्तीसगढ़ के बीच 28 रूटों पर बसों का परिचालन निर्धारित है, जिनमें 22 रूटों पर करीब 66 बसों की संख्या बढ़ायी जायेगी। इसमें सबसे अधिक बसें बिहारशरीफ-अंबिकारपुर वाया रांची, अंबिकापुर-बोधगया वाया औरंगाबाद, पटना -जसपुर वाया रांची, दरभंगा-कुनकुरी वाया रांची, भागलपुर-कुनकुरी वाया रांची, सीवान-बगीचा वाया अंबिकापुर और जसपुर से जैरागी वाया चैनपुर शामिल हैं।