राज्य में पिछले पांच दिनों से जारी बारिश से गुरुवार को प्रदेश के लोगों को थोड़ी राहत मिली। पटना, भागलपुर एवं पूर्णिया समेत राज्य के अधिकांश भागों में बारिश नहीं हुई। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार गुरुवार को गया में केवल 12.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। शुक्रवार को राजधानी समेत अधिकांश जिलों में बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने 22 जून तक रुक-रुककर बारिश होने का अनुमान जताया है।
बारिश के दौरान रहें सावधान
मौसम विभाग ने अधिकांश जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। ऐसे में बेहद सावधान रहने की जरूरत है। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार का कहना है कि मौसम में उतार-चढ़ाव अभी जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान में राजस्थान से असम तक ट्रफलाइन गुजर रही है। इस कारण बिहार समेत उत्तरप्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल में बारिश हो रही है। बिहार में मानसून के आगमन के साथ खूब बारिश हो रही है। राज्यभर में 17 जून तक 181 एमएम वर्षा हुई। ऐसे में जून महीने में होनेवाली औसत बारिश 167 एमएम से ज्यादा बारिश हो चुकी है। इस अवधि में सबसे अधिक पश्चिम चंपारण में 505 एमएम तो अरवल में सबसे कम 103 एमएम वर्षा हुई है।
लगातार हो रही बारिश से उफनाई नदियां
राज्य और पड़ोसी देश नेपाल के अधिकांश हिस्से में हो रही बारिश के कारण गोपालगंज, पश्चिम चंपारण आदि इलाके की नदियां उफान पर हैं। गंगा समेत अन्य नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। हालांकि वाल्मीकिनगर में गंडक की लहर कम हो रही है। जानकारी के अनुसार बीते चौबीस घंटे में 1 लाख 70 हजार क्यूसेक की कमी आई है। वहीं कोसी का जलस्तर काफी बढ़ गया है। सहरसा एवं वीरपुर में खतरे के निशान से उपर नदी पहुंंच गई है। इधर गंगा का स्तर पटना के दीघा में 65 सेमी, हाथिदह में 76 सेमी बढ़ गया है। पटना समेत बक्सर, मुंगेर और भागलपुर में नदी का जलस्तर बढ़ रहा है।