बिहार के 8 जिलों के शहरी इलाकों में पहले से ही बायपास निर्माण का कार्य शुरू हो गया है. आपको बता दें कि जिन सड़कों का चौड़ीकरण किया जाएगा इसमें पटना के साथ-साथ कई जिलों के सड़कें शामिल है. इन सड़कों के चौड़ीकरण होने से बिहार में जाम की समस्या खत्म हो जाएगी.

केंद्रीय अवसंरचना निधि (सीआरआईएफ) के तहत इन सड़कों के चौड़ीकरण में 1097 करोड़ 50 लाख खर्च होंगे। पथ निर्माण विभाग ने इन सड़कों के चौड़ीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। विभाग ने इसकी प्रशासनिक मंजूरी दे दी है और अगले वित्तीय वर्ष में इसका निर्माण किया जाएगा।

विभागीय अधिकारियों के अनुसार राज्य में 8 जिलों की एक आरक्षण को और एक पुल का काम जल्द से जल्द होना है. पटना के अलावा बक्सर, मधुबनी, जहानाबाद, सीवान, छपरा, गया व मुजफ्फरपुर जिले की इन सड़कों के निर्माण की प्रक्रिया मौजूदा वित्तीय वर्ष में ही शुरू की जाएगी.कुल राशि को दो वित्तीय वर्ष में खर्च की जाएगी. चालू वित्तीय वर्ष 2022-23 में 443 करोड़ 56 लाख, जबकि अगले वित्तीय वर्ष 2023-24 में 653 करोड़ 94 लाख खर्च किए जाएंगे. चौड़ीकरण के तहत सड़कों को कम से कम दो लेन का किया जाएगा. अगर कहीं इससे अधिक की संभावना होगी तो वहां चौड़ाई बढ़ेगी.

ये सड़कें हैं शामिल

पटना मीठापुर-खगौल मेन रोड व छितनावा-उसरी-दानापुर शिवाला बाईपास

> बक्सर इटाढ़ी-धनसोई पथ,

> मधुबनी निधि चौक से महावीर मंदिर चौक,

> जहानाबाद जहानाबाद बाईपास से टाउन अंत तक,

> सीवान मैरवा-दरौली,

> सोनपुर अमनौर बाजार बाईपास,

> छपरा रिविलगंज बिशुनपुर बाईपास, गरखा बाईपास व परसा बाजार बाईपास,

> गया एनएच 83 के बाएं हिस्से का चौड़ीकरण,

> मुजफ्फरपुर अखाड़ा घाट पुल के समीप आरसीसी पुल