दशहरा पूजा की शुरुआत बीते दिन सोमवार से ही हो गई है. बाजारों में भी लोगों की भीड़ देखी जा रही है. समितियों के द्वारा तरह-तरह के पंडाल बनाया जा जा रहा है. ऐसे में लोगों की सुरक्षा के लिए प्रशासन भी सजग हो रही है. वहीं दो सालों बाद बगैर प्रतिबंध के लोग इस बार दुर्गापूजा व दशहरा के सामूहिक आयोजनों में भाग लेंगे. इसलिए पटना पुलिस लगभग तैयारी कर ली है. सुरक्षा व्यवस्था से लेकर मार्ग परिवर्तन और भीड़ कंट्रोल करने के लिए विशेष तैयारी की गयी है.
1387 पूजा समितियों को लाइसेंस
सोमवार को एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि इस बार पटना जिले में 1387 पूजा समितियों को लाइसेंस निर्गत किया गया है. सभी थानाध्यक्ष अपने-अपने थाना क्षेत्रों में शांति समिति की बैठक भी कर ली है. निर्देशों का पालन हो रहा है या नहीं यह भी देखने को कहा गया है. इस बार बड़े पंडालों में जिला प्रशासन की ओर से भी सीसीटीवी लगाया जायेगा, जिसकी मॉनिटरिंग खुद पुलिस की एक विशेष टीम करेगी. इसके अलावा पंडालों में स्टैटिक्स फोर्स भी तैनात रहेंगे. इसके अलावा मोबाइल व क्यूआरटी (क्विक रिस्पांस टीम) को सुरक्षा का जिम्मा दिया गया है.
पांच फ्लाइओवर पर विशेष चेकिंग
इस बार पुलिस की विशेष नजर पटना के पांच फ्लाइओवरों पर ज्यादा रहेगी. एसएसपी ने बताया कि गंगा पाथ वे (मरीन ड्राइव), बेली रोड फ्लाइओवर, दीघा-एम्स एलिवेटेड रोड, चिड़िया टांड से कनेक्टेड सभी फ्लाइओवर, अटल पथ पर अक्सर बाइक सवार रेसिंग करते हैं. बाइकर्स पर लगाम लगाने के लिए रात आठ बजे से सुबह चार बजे तक विशेष चेकिंग अभियान चलाया जायेगा. यही नहीं अगर रेसिंग करते या तेज रफ्तार में बाइक चलाते पकड़े गये तो दशहरा बाद फाइन के साथ बाइक छुटेगी. सिर्फ चेकिंग के लिए पुलिस ने विशेष टीम को रखा है, जिसमें बाइक सवार क्विक मोबाइल की पुलिस भी रहेगी और नंबर नोट करने वाले भी रहेंगे. अगर एक प्वाइंट से बच गये तो दूसरे जगह खोज कर पुलिस पकड़ लेगी.
गांधी मैदान में लगेंगे सीसीटीवी कैमरे
दशहरा में लंका दहन में इस बार भीड़ बढ़ने की संभावना को लेकर पुलिस ने गांधी मैदान को पांच जोन में बांट सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया है. पूरे गांधी मैदान में चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे, जिसका कंट्रोल आइसीसीसी और डायल 100 की टीम करेगी. इससे यह पता चल पायेगा कि आखिर किस इलाके में कंट्रोल ज्यादा रहेगा. इसके अलावा ये पूरे शहर में लगाये गये कैमरों पर भी नजर रखेगी और भीड़ का आकलन कर वहां की स्थिति को वरीय अधिकारियों तक पहुंचायेगी.
कृत्रिम तालाब बनाने का जिम्मा नगर निगम को
प्रतिमा विसर्जन के लिए जगह-जगह और घाट किनारे कृत्रिम तालाब बनाने का जिम्मा नगर निगम को सौंपा गया है. इस संबंध में जिला प्रशासन व नगर निगम के अधिकारियों की बैठक के बाद किन क्षेत्रों में कितने कृत्रिम तालाब बनाये जाने हैं इसकी तैयारी चल रही है. अबतक कितने कृत्रिम तालाब बनेंगे और कहां बनाये जायेंगे यह तय नहीं हो पाया है.