ट्रैफिक नियमों का राजधानी पटना के अलावा अन्य बड़े शहरों में सख्ती से पालन कराया जाएगा। इसके अलावा दुर्घटनाओं को कम करने के लिए हर जिले में ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए जाएंगे। वहां ट्रैफिक व्यवस्था सख्त की जाएगी। इसकी तैयारी शुरू हो गई है। जिन जिलों में ट्रैफिक डीएसपी तैनात हैं वहां नियमों का कड़ाई से अनुपालन कराने के निर्देश दिए गए हैं।
पटना के अलावा गया, भोजपुर, सारण, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर, मुंगेर, दरभंगा और नालंदा में ट्रैफिक डीएसपी के पद हैं। इन जिलों में ट्रैफिक के बढ़ते दबाव को देखते हुए ट्रैफिक नियमों का सख्ती से अनुपालन कराने के निर्देश दिए गए हैं। इन जिलों में भी हेलमेट चेकिंग, फोर व्हीलर में सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य किया जा रहा है। इसके उल्लंघन पर सख्ती से जुर्माना भी लगाया जाएगा।
छपरा में भी कैमरा लगी वर्दी से लैस हुई ट्रैफिक पुलिस
- स्पीड राडार गन व कैमरे से ऐसे होगी मॉनिटरिंग
- ट्रैफिक आईजी रेंज के स्तर पर करेंगे समीक्षा
राज्य के बड़े शहरों में ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए ट्रैफिक आईजी रेंज के स्तर पर इसकी समीक्षा करेंगे। वे रेंज में जाकर अफसरों के साथ बैठक करेंगे और क्या-क्या सुधार करना है इसको लेकर दिशा-निर्देश जारी करेंगे। इसमें खासतौर पर वाहनों की रफ्तार को नियंत्रित करना और दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए उन स्थलों को चिह्नित करना शामिल हैं जहां अधिक दुर्घटनाएं हो रही हैं।
ड्यूटी पर तैनात कर्मी-जवानों पर भी नजर रखेगा कैमरा
सारण रेंज से इसकी शरुआत भी हो चुकी है। ट्रैफिक व्यवस्था में पारदर्शिता लाने के लिए ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक पुलिस के अफसरों व जवानों को बॉडी वॉर्न कैमरे (जो वर्दी के ऊपर लगा होगा) दिए जा रहे हैं। पटना, नालंदा के बाद सारण जिला में भी इसका प्रयोग शुरू कर दिया गया है। यह कैमरा ड्यूटी पर तैनात अफसरों व जवानों की हर गतिविधि के साथ-साथ वाहन चालकों की गतिविधियों पर भी नजर रखेगा। जवान और अफसरों की वर्दी पर लगे कैमरे की रिकॉर्डिंग को देखा जाएगा। पटना में अटल पथ और भागलपुर में हाईवे पर वाहनों की रफ्तार पर नजर रखने के लिए स्पीड राडार गन का भी उपयोग शुरू किया गया है।