Jharkhand News: न्यूज 11 भारत के मालिक अरूप चटर्जी को धनबाद पुलिस ने बीते दिन शनिवार की देर रात गिरफ्तार कर लिया. रांची जिला के गोंदा थाना क्षेत्र के कांके रोड में चांदनी चौक स्थित अपार्टमेंट से उनकी गिरफ्तारी हुई.
पैसे उगाही करने का लगा आरोप
अरूप चटर्जी के खिलाफ धनबाद में एक कारोबारी से पैसा उगाही के आरोप में केस दर्ज हुआ था. जिसमें न्यायालय से उनकी गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी हुआ था. तब धनबाद एसएसपी संजीव कुमार ने डीएसपी अमर कुमार पांडेय के नेतृत्व में एक टीम गठित की और रांची भेजा.
मोबाइल लोकेशन के आधार पर आये गिरफ्त में
अरूप चटर्जी के मोबाइल लोकेशन के आधार पर चांदनी चौक स्थित अपार्टमेंट में होने की जानकारी पुलिस को मिलीं. रांची पहुंचने के बाद धनबाद पुलिस की टीम ने गोंदा थाना पुलिस के सहयोग से अपार्टमेंट में छापेमारी की और अरूप चटर्जी को गिरफ्तार कर लिया. मालूम हो कि मामले में धनबाद के गोविंदपुर थाना में 27 जून को केस दर्ज हुआ था.
क्या है शिकायतकर्ता का आरोप
शिकायतकर्ता व्यवसायी का आरोप है कि अरूप चटर्जी ने अपने रिपोर्टर के माध्यम से ब्लैकमेल कर 11 लाख रुपये की मांग की. उन्होंने छह लाख रुपये का भुगतान भी किया था. व्यवसायी का आरोप है कि पैसा लेने के बाद भी चैनल पर झूठी खबर चलायी गयी. साथ ही और अधिक पैसे की मांग की गयी. पैसा का भुगतान नहीं करने पर बर्बाद करने की चेतावनी भी दी गयी थी.
अरूप चटर्जी के पक्ष में आये कई विधायक
झारखंड में दूसरे दिन भी वरिष्ठ पत्रकार अरुप चटर्जी के पक्ष में कई विधायक सामने आये हैं. आजसू सुप्रीमो और विधायक सुदेश महतो ने कहा है कि धनबाद पुलिस की कार्यशैली पूरी तरह गलत है. उन्होंने कहा कि पत्रकार अरूप चटर्जी की गिरफ्तारी का तरीका गलत है. वहीं भाजपा विधायक राज सिन्हा ने भी धनबाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाये. उन्होंने कहा कि पत्रकार अरुप चटर्जी की गिरफ्तारी पूरी तरह गलत है. आधी रात में इस तरह की गिरफ्तारी भी निंदनीय है. वहीं भाजपा विधायक रणधीर सिंह ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाते हुए धनबाद पुलिस को कटघरे पर लिया. उन्होंने कहा कि एक पत्रकार के साथ पुलिस की यह हरकत बिल्कुल अशोभनीय है. इसकी जितनी निंदा की जाये कम है. वहीं कांग्रेस के विधायक ईरफान अंसारी ने भी पत्रकार अरूप चटर्जी की गिरफ्तारी को गलत बताते हुए मुख्यमंत्री से पूरे मसले पर संज्ञान लेने की मांग की.