देश में बढती महंगाई को देखते हुए केंद्र सरकार की फैसले से पेट्रोल-डीजल की कीमत घटा दी गई थी. बता दें, जुलाई महीने में इसके दामों में राहत मिली थी. परंतु कीमत कम होने के बाद भी पिछले महीने के मुकाबले इस महीने पेट्रोल-डीजल की मांग में कमी देखी गई है. दरअसल मानसून अभी लगातार दस्तक दे रही है इस वजह से लोगों की आवाजाही कम हो गई है. बता दें, देश में सबसे अधिक उपयोग वाले ईंधन डीजल की खपत जुलाई में 13.1 प्रतिशत घटकर 64.4 लाख टन रही, जो जून महीने में 73.9 लाख टन थी. हालांकि, पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले डीजल की मांग 17.1 प्रतिशत अधिक रही है. डीजल की खपत जुलाई 2020 के 48.4 लाख टन के मुकाबले 32.4 प्रतिशत अधिक है. साथ ही केंद्र सरकार के द्वारा जब राहत की खबर सामने आ रही थी उस वक़्त लोगों ने राज्य सरकार से भी जताई थी. अब राज्य सरकार की बारी है इससे पेट्रोल-डीजल की कीमत में थोड़ी और भी राहत मिलेगी.
कोरोना पूर्व बिक्री 61.1 लाख टन की तुलना में पांच प्रतिशत ज्यादा
वहीं, कोरोना पूर्व बिक्री 61.1 लाख टन की तुलना में पांच प्रतिशत ज्यादा है. उधर, पेट्रोल की बिक्री जुलाई में घटकर 26.6 लाख टन रही, जो जून में 28 लाख टन थी. हालांकि, जुलाई, 2021 के मुकाबले खपत 12.2 प्रतिशत ज्यादा है, जबकि 2020 के इसी महीने के मुकाबले 31.2 प्रतिशत अधिक है. कोरोना पूर्व स्तर 2019 के जुलाई महीने के मुकाबले यह 16.3 प्रतिशत ज्यादा है.
मासिक आधार पर बिक्री 1.07 प्रतिशत कम रही
विमान ईंधन (एटीएफ) की मांग इस साल जुलाई महीने में सालाना आधार पर 79 प्रतिशत बढ़कर 5,33,600 टन पहुंच गई. यह जुलाई, 2020 के मुकाबले 137.4 प्रतिशत अधिक है, लेकिन कोरोना पूर्व स्तर यानी जुलाई, 2019 की तुलना में 14.1 प्रतिशत कम है. मासिक आधार पर बिक्री 1.07 प्रतिशत कम रही. खाना पकाने की गैस-एलपीजी की मांग जुलाई में सालाना आधार पर 4.14 प्रतिशत बढ़कर 24.6 लाख टन रही. मासिक आधार पर जून महीने में 22.6 लाख टन एलपीजी खपत के मुकाबले मांग 8.7 प्रतिशत अधिक रही.
आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है. हालांकि, कुछ कारोबारी सप्ताह के पहले क्रूड की कीमतों में रिकॉर्ड उछाल दर्ज की गई थी. हालांकि, उच्च महंगाई दर लगाम लगाने के लिए दुनिया भर की कई बैंकों ने अपनी ब्याज दरों में वृद्धि की, जिसके बाद क्रूड की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है. क्रूड कीमतों में गिरावट के बाद भी देश में पेट्रोल-डीजल की बिक्री जुलाई में पिछले महीने के मुकाबले कम हुई है.