नारी सशक्तिकरण के इस दौर में बेटियां अब बेटों से आगे निकल रही हैं। सूर्यपुरा की महादलित परिवार की बेटी ज्योति ने सीमित संसाधनों के बीच अपने संघर्ष की बदौलत जो मुकाम हासिल किया है वह समाज के लिए प्रेरणा का काम करेगा। दारोगा की परीक्षा में सफलता हासिल कर ज्योति ने न केवल अपने परिवार व माता-पिता बल्कि समाज, जिला और राज्य का भी गौरव बढ़ाया है। उनके पिता मदन पासवान जीवन यापन के लिए रांची में रहकर बागवानी का काम करते हैं। ग्रामीणो ने गर्व से कहा कि मदन पासवान की बेटी ज्योति कुमारी ने दारोगा भर्ती परीक्षा में सफलता अर्जित का हमार मान बढ़ाया है। बेटी की सफलता पर मां-पिता समेत स्वजनों की खुशी का ठिकाना नहीं है।
ज्योति के चाचा जयराम के अनुसार मदन पासवान झारखंड की राजधानी रांची में रह कर बागवानी का कार्य कर परिवार का भरण पोषण करते हैं। ज्योति शुरू से ही पढ़ने में मेधावी थी। उसकी शुरुआती शिक्षा ग्रामीण परिवेश में हुई। उसके बाद मैट्रिक गर्ल्स हाई स्कूल रांची व इंटर एवं स्नातक कॉमर्स विषय में मारवाड़ी कॉलेज रांची से की है। पढ़ाई के प्रति उसकी ललक और लगन के कारण उसने परीक्षा में सफलता पाई है। उसने परिवार सहित पूरे गांव का भी नाम रौशन की है। यह कहने में गर्व हो रहा है कि आज बेटियां किसी से कम नहीं।
सफलता का श्रेय माता-पिता को
ज्योति ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता को देते हुए कहा कि सीमित संसाधन के बावजूद वो काफी संघर्ष कर हमेशा प्रोत्साहित करते थे। उन्होंने मेरा मनोबल बढ़ाया और आज इस मुकाम तक पहुंची हूं। ज्योति ने कहा कि वह आगे भी अपनी पढ़ाई जारी रखेगी। ज्योति की सफलता पर शिक्षक ददन राम, समाजसेवी देवकुमार सिंह, विजय सिंह, रमेश टोटो, राजेश सिंह, भोला खां, डा. एस आलम समेत अन्य ने बधाई दी है।