परिवहन विभाग की ओर से बड़ी तैयारी की जा रही है. इससे सभी लोगों को राहत मिलने वाली है. बता दें राज्य में अब जल्द ही लोगों को ड्राइविंग लाइसेंस जारी होने के 24 घंटे के भीतर उन्हें मिल जाएगा. इसे लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है. दरअसल, परिवहन विभाग ने जिस आउटसोर्सिंग एजेंसी को डीएल की होम डिलीवरी का जिम्मा सौंपा है, उस एजेंसी ने अब डाक विभाग से इस संबंध में डिलीवरी दर को लेकर प्रस्ताव मांगा है.
वहीं, डाक विभाग ने भी परिवहन विभाग और कंपनी के बीच हुए करार की प्रति की मांग की है. डाक विभाग के वरीय अधिकारी के मुताबिक अगर आउटसोर्सिंस एजेंसी और उनके बीच नियामानुसार कोई परेशानी नहीं हुई तो जल्द ही विभाग इसका काम ले लेगा. इसके बाद सूबे में डीएल को लोगों के घरों तक पहुंचाने की पूरी जिम्मेवारी डाक विभाग ले लेगा.
व्यवस्था के शुरू होने से लोगों को परेशानी से निजात मिलेगी
गौरतलब है कि अभी लगभग सभी जिलों में जिला परिवहन कार्यालय की ओर से ड्राइविंग लाइसेंस निर्गत होने के बाद लोगों तक पहुंचने में पंद्रह दिन से डेढ़ महीने का समय लग जाता है. इससे म का सामना करना पड़ता है. लेकिन, इस व्यवस्था के शुरू होने से लोगों को इस परेशानी से निजात मिलेगी. पोस्टल डिपार्टमेंट के वरीय अधिकारी का यह भी कहना है कि अगर कभी देर शाम विभाग को लाइसेंस मिलता है तो भी उसकी डिलीवरी 48 घंटे के भीतर हो जाएगी.
पहले भी विभाग कर चुका है यह काम
यह पहली बार नहीं है जब डाक विभाग ड्राइविंग लाइसेंस का वितरण करेगा. इससे पहले भी डाक विभाग लोगों के घरों तक डीएल की होम डिलीवरी कर चुका है. लेकिन उस वक्त डाक विभाग को इसकी जिम्मेवारी नहीं सौंपी गई थी. सभी जिलों में डीटीओ (जिला परिवहन कार्यालय) की ओर से डाकघर में स्पीड पोस्ट के बाद डाकिए उसका वितरण करते थे.
डाक विभाग के विस्तृत नेटवर्क का मिलेगा लाभ
अभी जहां निजी एजेंसी को कई जिलों में मैनपावर के कारण डीएल की होम डिलीवरी में परेशानी का सामना करना पड़ता है. वहीं, डाक विभाग को काम सौंपने के बाद परिवहन विभाग को इसके व्यापक नेटवर्क का फायदा मिलेगा व लोगों को जल्दी डीएल मिलेगा.