पटना विश्विद्यालय के स्थिति को बेहतर करने के लिए राज्य सरकार द्वारा विश्विद्यालय को विकसित करने की बात कही थी। जिसके बाद अब विश्विद्यालय में निर्माण का कार्य भी शुरू हो गया है। विश्विद्यालय में इंटरनेशनल स्टडेंट्स व टीचर्स को अच्छी सुविधा देने के सन्दर्भ में काम किया जा रहा है। जिसमे इंटरनेशनल हॉस्टल का निर्माण पीयू गेस्ट हाउस के पास शुरू कर दिया गया है। इसमें अंतरराष्ट्रीय मानकों को ध्यान में रखा जायेगा, ताकि विदेशी छात्र वहां आराम से रह सकें और अगर विदेश से कोई डेलिगेट या कोई वीआइपी भी विवि में आते हैं, तो यहां आराम से रह सकें। इस जी प्लस थ्री हॉस्टल में कुल 24 कमरे होंगे। सभी में अटैच्ड बाथरूम व पैंट्री होंगे। सेंट्रलाइज्ड किचन विद हॉल अलग होगा। रीडिंग रूम व लाइब्रेी की भी व्यवस्था होगी।
बिहार राज्य इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन द्वारा करीब आठ करोड़ रुपये से जी प्लस थ्री भवन का निर्माण साइंस कॉलेज में फिजिक्स डिपार्टमेंट के पास शुरू किया गया है। वहीं, तीन करोड़ रुपये से अत्याधुनिक उपकरणों की खरीद की जायेगी। भवन निर्माण राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रुसा) की राशि से, जबकि उपकरणाें की खरीद विवि करेगी। वहीं रुसा के फंड से ही साढ़े चार करोड़ रुपये से इंटरनेशनल हॉस्टल को मूर्त रूप दिया जा रहा है। इसका मॉडल भी बनकर तैयार हो चुका है।
एडवांस रिसर्च सेंटर को अगले सत्र (2023-24) में छात्रों को शोध कार्य के लिए उपलब्ध करा दिया जायेगा। पीयू के छात्रों के अलावा दूसरे विश्वविद्यालय के छात्र भी उक्त केंद्र का उपयोग कुछ आंशिक राशि का भुगतान कर सकेेंगे। उक्त केंद्र के शुरू हो जाने के बाद ऐसा माना जा रहा है कि विवि में शोध कार्य में तेजी आयेगी और नैक में भी विवि की रैंकिंग पहले से अपग्रेड होगी।