पटना मेट्रो के फेज 2 के निर्माण के लिए गुरूवार को सीएम नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजश्वी यादव ने कार्य का शुभारम्भ किया। जिसके बाद राज्य में छह अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन के लिए कार्य शुरू हो गया है। फेज टू में बनने वाले छह मेट्रो स्टेशन में से चार मेट्रो स्टेशन के निर्माण के लिए साड़ी बाधाएं को दूर कर लिया गया है। बता दे कि छह में से चार स्टेशनों को लेकर जमीन अधिग्रहण की समस्या थी, जिसे लगभग दूर कर लिया गया है।
पीएमसीएच, विश्वविद्यालय और मोइनुल हक स्टेडियम मेट्रो स्टेशन का निर्माण संबंधित संस्थान परिसर में ही होगा. फ्रेजर रोड में आकाशवाणी स्टेशन के लिए आकाशवाणी और एलआइसी की करीब 1574 स्क्वायर मीटर जमीन ली जा रही है। केंद्र व राज्य के स्तर पर बातचीत हो गयी है. गांधी मैदान और राजेंद्र नगर में मेट्रो स्टेशन निर्माण को लेकर राज्य सरकार की पर्याप्त जमीन उपलब्ध है।
भूमि अधिग्रहण की प्रकिया अंतिम चरण में
मिली जानकारी के अनुसार करीब 14 हजार करोड़ रुपये के पटना मेट्रो प्रोजेक्ट में सिविल निर्माण के लिए करीब 73 फीसदी जमीन पहले से उपलब्ध है. मात्र 27 फीसदी निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण की आवश्यकता थी, जिनमें से काफी हिस्सा पूरा हो गया है. लैंड प्लान के अनुसार कुल 43.95 हेक्टेयर (सरकारी और निजी सहित) जमीन की आवश्यकता थी, उसमें भी 31.01 हेक्टेयर यानी कुल जमीन का 70.56 फीसदी डिपो से संबंधित है। इसको लेकर अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. कुल 10.95 हेक्टेयर सरकारी जमीन में से 6.35 हेक्टेयर कार्य करने की अनुमति एनएचएआइ से मिली है।
मेट्रो डिपो का निर्माण होगा शुरु
अधिकारियों ने बताया कि पटना मेट्रो डिपो एरिया की 76.64 एकड़ (30.5 हेक्टेयर) जमीन के लिए अधिग्रहण जिला प्रशासन के स्तर पर जल्द पूरी हो जायेगी. पटना मेट्रो को जमीन हैंडओवर होते ही डिपो निर्माण का काम शुरू हो जायेगा। इसके साथ ही आइएसबीटी स्टेशन के प्रवेश/निकास, उप भवन आदि निर्माण को लेकर 4.86 एकड़ (1.99 हेक्टेयर) जमीन की आवश्यकता है. इसमें आइएसबीटी स्टेशन के लिए 2.19 एकड़ जमीन की अधिग्रहण की प्रक्रिया भी चल रही है।