राजधानी पटना का ड्रीम प्रोजेक्ट पटना मेट्रो का कार्य तेज गति से आगे बढ़ रहा है। पटना मेट्रो प्रोजेक्ट और दिल्ली मेट्रो के बीच सितंबर 2019 में एमओयू हो गया था। बता दे पटना मेट्रो दो का कॉरिडोर पर काम चल रहा है। जिसमें पहला कॉरिडोर दानापुर से मीठापुर तक बनाया जा रहा है, जिसमे 16.94 किलोमीटर का हिस्सा होगा । तो वहीं दूसरा कॉरिडोर पटना रेलवे स्टेशन से न्यू आईएसबीटी तक 14.45 किलोमीटर का हिस्सा होगा। दोनों कॉरिडोर का हिस्सा मिलाकर शहर मे 31.39 किमी लम्बा पटना मेट्रो का हिस्सा होगा। इसमें माना जा रहा है सितंबर 2024 तक दोनों कॉरिडोर को पूरा कर दिया जाएगा।
पटना मेट्रो से मिली जानकारी के मुताबिक एमडी आनंद किशोर ने आश्वासन दिया कि डिपो की भूमि इस वर्ष जल्द से जल्द उपलब्ध करायी जायेगी। जायका फंड टाइअप के लिए अध्ययन समूह के साथ नियमित बैठक और चर्चा जारी है। इसको लेकर जायका के साथ बातचीत की प्रक्रिया एडवांस स्टेज में है। मार्च, 2023 तक ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किये जाने की संभावना है। बैठक में पटना मेट्रो के अंडरग्राउंड सेक्शन के समय पर निर्माण किये जाने पर ध्यान केंद्रित करने पर भी जोर दिया गया।
एनआईटी और पटना साइंस कॉलेज के कोने के पास से मेट्रो स्टेशन का निर्माण किया जाएगा
माना जा रहा है कि इस जमीन के बदले विश्विद्यालय प्रशासन की तरफ से जमीन की मांग की जाएगी या फिर कॉलेज या विश्वविद्यालय के विकास कार्यों के लिए राशी की मांग की जाएगी। इनमें से कुछ जमीने को तो मेट्रो स्टेशन बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। जबकि जमीन की कुछ हिस्से का उपयोग स्थाई तौर पर किया जाएगा। सहमति मिलने के बाद एनआईटी और पटना साइंस कॉलेज के कोने के पास से मेट्रो स्टेशन का निर्माण किया जाएगा।