बिहार में शराबबंदी लागू करने के लिए लगातार राज्य सरकार प्रयास कर रही है और साथ ही साथ सरकार की अभी कोशिश है कि कहीं भी शराब ना पकड़ी जाए और शराब पीने वालों की संख्या में कमी हो फिर भी कई जगह छापा पड़ने पर ऐसा पाया जाता है कि लोग अभी भी सर आप जरूर पी रहे हैं. छठ के अवसर में कोई भी शराब लेकर दूसरे शहरों से बिहार नहीं आए इस बात पर खास ध्यान दिया जा रहा है.

दूसरे राज्यों से अवैध शराब की तस्करी को रोकने के लिए राज्‍य के सीमावर्ती जिलों और हाइवे से लगते जिलों में 50 नए चेकपोस्ट बनाए गए हैं। पहले अंतरराज्जीय सीमाओं पर मात्र 13 चेकपोस्ट थे, जिनकी संख्या बढ़ा कर अब 64 कर दी गयी है।

मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव के निर्देश पर सीमावर्ती जिलों में सबसे अधिक चेकपोस्ट बनाए गए हैं। इन चेकपोस्ट पर तैनात पदाधिकारियों को एक चार पहिया, दो मोटरसाइकिल और शराबियों की जांच के लिए आवश्यक ब्रेथ एनलाइजर आदि उपलब्ध कराए जा रहे हैं। चेक पोस्ट के लिए प्री-फैब स्ट्रक्चर के साथ सीसीटीवी, कंप्यूटर, इन्वर्टर आदि उपकरण भी दिए जा रहे हैं।

जानकारी के अनुसार, गोपालगंज में सबसे अधिक सात, किशनगंज में छह, कैमूर, अररिया और औरंगाबाद में पांच-पांच, बक्सर व मोतिहारी में चार-चार, नवादा, बांका, जमुई व सीतामढ़ी में तीन-तीन, गया, भागलपुर, कटिहार, मधुबनी, सीवान, सुपौल और पश्चिम चंपारण में दो-दो जबकि रोहतास, सारण और पूर्णिया में एक-एक चेकपोस्ट बनाया गया है। इन चेकपोस्टों पर हर दिन हो रही जांच और कार्रवाई की जानकारी मुख्यालय को भेजी जा रही है।

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