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चम्मच से चीनी खा रहा था बुजुर्ग, हाथ से छूट छाती में चिपक गया, घर से लेकर मोहल्ले वाले हैरान

हमने मेलों में जादू देखा था कि एक खूबसूरत लड़की जैसे ही ट्यूबलाइट छूती है, वह ट्यूबलाइट ठीक उसी तरह जलने लगती है, जैसे बिजली से जलती है. जमशेदपुर में कुछ इसी तरह का अनोखा मामला सामने आया है. एक बुजुर्ग का शरीर चुंबक बन गया. उनके शरीर से लोहे ही नहीं स्टील के चम्मच, ब्लेड, कटोरी आदि भी उसी तरह चिपक जा रहे हैं, जैसे उनके अंदर कोई जादुई शक्ति आ गई हो.

परसुडीह निवासी 70 वर्षीय अभिमन्यु प्रसाद श्रीवास्तव को अपने अंदर जादुई शक्ति होने का पता तब चला, जब वे दोपहर में वैक्सीन लेकर घर आए. रेलवे से अवकाश प्राप्त श्रीवास्तव सोमवार को दोपहर में पास के ही रेलवे इंस्टीट्यूट गए थे. वहां कोरोना टीकाकरण का शिविर लगा था.श्रीवास्तव ने बताया कि टीका लेकर वे घर आए, तो थोड़ी देर बाद उनके पूरे शरीर में दर्द होने लगा. हल्का बुखार भी महसूस हो रहा था. तब इन्होंने पारासिटामोल का एक टेबलेट खाया. इसके बाद इन्हें पत्नी ने एक गिलास पानी और चम्मच में चीनी लाकर दी, ताकि पारासिटामोल की कड़वाहट भी दूर हो जाए और मुंह का स्वाद भी बदल जाए. इसी दौरान उनके हाथ से चम्मच छूट छाती से चिपक गया. ये देख कर श्रीवास्तव एवं उनकी पत्नी हैरान रह गए.

चम्मच इतनी मजबूती के साथ चिपक गया था कि आसानी से नहीं छूट रहा था. ये देख अभिमन्यु हैरान हो गए और डरने भी लगे कि कहीं उन्हें साइड इफ़ेक्ट तो नही हो गया? इतने में उन्होंने अपने पत्नी से कहा कि दूसरी चम्मच लाओ और उनकी पत्नी ने पूछा, अब क्या बात हो गई. तब उन्होंने चम्मच की ओर इशारा करते हुए कहा कि देखो चम्मच मेरे शरीर से चिपक गया है. पत्नी भी देख कर हैरान-परेशान हो गई. भागकर तीन-चार चम्मच ले आई, सबके सब शरीर में चिपक गए. स्टील की कटोरी और शेविंग ब्लेड भी लगाया, वह भी चिपक गये. फिर क्या था, परिवार के दूसरे सदस्य वहां जुट गए, देखते ही देखते शाम तक यह बात पूरे मोहल्ले में फैल गई. देर रात तक उन्हें देखने के लिए कालोनी के लोग जुटे और श्रीवास्तव खाली बदन एक दर्जन चम्मच लटकाए घूम रहे थे.

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