झारखंड के विभिन्न जिलों में मानसून की स्थिति काफी खराब है. इस बीच किसान राज्य सरकार से मिलने वाली राहत का इंतजार कर रहे हैं. ऐसे लोगों के लिए बड़ी खबर सामने आने वाली है. दरअसल, झारखंड सरकार 15 सितंबर के बाद यह तय कर पाने की स्थिति में होगी कि राज्य में सुखे की स्थिति जिलों में कैसी है. केंद्र सरकार की तरफ से सुखे की स्थिति का आकलन को लेकर जो मानक बनाये गये हैं, उसके अनुरूप टीयर-1 से लेकर टीयर-4 तक का अध्य्यन कराया जा रहा है. कृषि विभाग के अधिकारी इसको लेकर सभी जिलों का दौरा कर रहे हैं. यह बातें कृषि, पशुपालन और सहकारिता मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहीं. उन्होंने कहा कि 15 मई से 15 अगस्त तक राज्य में खेती-किसानी को लेकर कम बारिश हुई है. धान की बुआई की स्थिति राज्य में सही नहीं है. अभी कुछ दिनों से बारिश लगातार हो रही है. फिर भी औसत बारिश से राज्य के सभी जिलों में 24 फीसदी कम बारिश हुई है. उन्होंने कहा कि सीएम सूखे की स्थिति को लेकर काफी गंभीर हैं. सरकार सूखे की स्थिति को लेकर आकस्मिकता निधि से किसानों को राहत देने की योजना बना रही है. 100 करोड़ रुपये का प्रावधान भी किया गया है. अब 15 सितंबर के बाद सभी रिपोर्ट आने के बाद यह तय किया जायेगा कि अति सूखाड़, सुखाड़ की क्या स्थिति रहेगी.