कोरोना महामारी के दौरान देशभर में तालाबंदी थी. इस बीच टाटा कंसल्टेंसी सर्विस (TCS) ने वर्क फ्रॉम होम की पॉलिसी को अपनाया था और स्टाफ घर से ही काम कर रहे थे. लेकिन अब इस सुविधा को कंपनी बंद कर रही है. आने वाले 15 नवंबर से सभी कर्मचारियों को ऑफिस जॉइन करने के लिए कहा गया है. कंपनी ने अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा कोरोना महामारी के शुरुआती दौर से ही दे दी थी और अब आखिरकार लगभग 3 सालों बाद अपने सभी कर्मचारियों से नवंबर में ऑफिस जॉइन करने को कहा.
TCS अब नहीं देगी वर्क फ्रॉम होम की सुविधा
उम्मीद है कि नवंबर के बाद TCS घर से काम करने की अनुमति नहीं देगी, जिसका मतलब है कि हर कर्मचारी को काम के लिए कार्यालय जाना होगा. रिपोर्ट्स की मानें तो कंपनी अपने कर्मचारियों को वापस कार्यालय बुला रही है क्योंकि 95 प्रतिशत से अधिक कर्मचारियों को आंशिक रूप से टीका लगाया गया है और 70 प्रतिशत से अधिक को पूरी तरह से टीका लगाया जा चुका है. बता दें TCS ने बीते दिनों अपने पहले तीन महीनों के बिजनेस का खुलासा किया था. जिसमें, 5.21 प्रतिशत फायदा होने की बात कही गई थी. इसको अगली तिमाही में और बढ़ाने के साथ वर्तमान में गिरते बाजार को देखते हुए TCS वर्क फ्रॉम होम नीति को खत्म करने की तैयारी कर रही है.
फिलहाल ऑफिस में 20-25 प्रतिशत कर्मचारी ही मौजूद
बता दें फिलहाल कंपनी के कार्यालयों में कुल 20 से 25 प्रतिशत कर्मचारी ही मौजूद हैं. TCS के CEO और MD Rajesh Gopinathan ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि, कंपनी रिटर्न-टू-ऑफिस मॉडल को चलाना जारी रखेगी क्योंकि 25/25 योजना को अधिक नियंत्रित तरीके से निष्पादित करने की जरुरत है.
TCS ने नहीं की सैलरी में कटौती
बीते कुछ समय से कंपनी पर सैलरी काटे जाने के आरोप लगाए जा रहे थे. लेकिन, कंपनी ने इस तरह के सभी आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि- हमने किसी भी कर्मचारी के वेतन में कटौती नहीं की है और 6 लाख से ज्यादा कर्मचारियों के पूरे वेतन का भुगतान करेंगे. बता दें इंफोसिस (Infosys) और विप्रो (Wipro)ने ऑपरेटिंग मार्जिन के दबाव को जिम्मेदार ठहराते हुए वेरिएबल पे के कुछ प्रतिशत में कटौती करने की बात कही है. रिपोर्ट्स की मानें तो विप्रो अपने वहां काम कर रहे फ्रेशर और जूनियर स्तर के कर्मचारियों के वेतम में 30 प्रतिशत तक की कटौती कर सकती है.