[7/15, 5:03 PM] ankit: शहर के तर्ज पर अब राज्य के गांव में भी स्मार्ट मीटर लगाने की कवायद शुरू हो गई है। गांव लोगों को अब बिजली इस्तेमाल करने से पहले ही लोगों को पैसे चुकाने होंगे। गाँव के घरों में स्मार्ट मीटर लग जाने के बाद मोबाइल प्रीपेड की तरह काम करेगा। बता दे कि जैसे ही आपके स्मार्ट प्रीपेड मीटर में बैलेंस खत्म होगा वैसे ही आपकी बिजली कट जाएगी। फिर स्मार्ट प्रीपेड मीटर को रिचार्ज करने के बाद ही बिजली सप्लाई हो पाएगी।
दशहरे के बाद लगेंगे स्मार्ट मीटर
बता दें कि ग्रामीण इलाकों में स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाए जाने के पहले सर्वे व बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान को शुरू किया जाएगा। मोबाइल कंपनियों के नेटवर्क का सर्वे किया जा रहा। बिजली कंपनी का आंतरिक आकलन है कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाए जाने के काम में शहरी क्षेत्र की तुलना में अधिक चुनौती है। ऐसी संभावना है दशहरे के बाद ही ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाए जाने का काम आरंभ होगा।
बड़े स्तर पर जागरुकता अभियान शुरू किया जाएगा
ग्रामीण इलाके में स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाए जाने को ले बड़े स्तर पर जागरुकता अभियान शुरू किया जाएगा। लोगों में यह भ्रम है कि स्मार्ट प्री-पेड मीटर तेज चलता है। लोगों को इस तकनीकी तथ्य को समझाया जाएगा कि यह गलत है कि स्मार्र्ट प्री-पेड मीटर तेज चलता है। यह बताया जाएगा कि रिचार्ज कितना आसान है और किस तरह से यह हमेशा उपलब्ध है। बैलेंस खत्म होने के पहले किस तरह से रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर अलर्ट आते हैैं यह भी बताया जाएगा।