यूपीएससी की परीक्षा को देश का सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है। हर साल लाखों की संख्या में अभ्यर्थी यूपीएससी की परीक्षा देते हैं और इसमें सफल महज कुछ अभ्यर्थी हो पाते हैं जो की कड़ी मेहनत करते हैं और हर हाल में इस परीक्षा को पास करने का बीड़ा उठाते।
आपको बता दें कि बहुत सारे अभ्यार्थी होते हैं जो देश के कोने-कोने में कोचिंग पढ़ते हैं और देश के बेस्ट कोचिंग से इस परीक्षा की तैयारी करते हैं। लेकिन कुछ ऐसे अभ्यर्थी भी होते हैं जो इस परीक्षा की तैयारी अपने सेल्फ स्टडी के माध्यम से करते हैं और इस परीक्षा को पास करके दिखाते हैं।
आज हम आपको एक ऐसी लड़की की कहानी बताने वाले हैं जिसने अपने पिता के सपने को साकार करने के लिए इस परीक्षा को पास करने का बीड़ा उठाया और इस परीक्षा को पास करके दिखाएं।
आज हम मध्यप्रदेश के तपस्या परिहार की कहानी बताने वाले हैं जिनका जन्म 22 नवंबर 1992 को मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर के गांव में हुआ था। आपको बता दें कि तपस्या बचपन से ही आईएएस ऑफिसर बनने का सपना देखती थी क्योंकि उनके पिता चाहते थे कि तपस्या एक आईएएस ऑफिसर बने।
तपस्या परिहार के पिता एक किसान हैं और किसान होने के बाद भी वह अपनी बच्ची को देश के सबसे बड़े परीक्षा की तैयारी कराने और ऑफिसर बनाने का सपना रखते थे। तपस्या ऑफिसर बनना चाहती थी इसके लिए उन्होंने कड़ी संघर्ष करना शुरू किया।
23वीं रैंक की हासिल
आईएएस तपस्या के पिता विश्वास परिहार किसान हैं. वहीं, उनके चाचा विनायक परिहार एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं. तपस्या ने जब अपने घर में यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने की बात कही तो उन्हें परिवार का पूरा सपोर्ट मिला. तपस्या परिहार ने जब दूसरे प्रयास के लिए पढ़ाई शुरू की तो उन्होंने ज्यादा से ज्यादा नोट्स बनाएं और मॉडल पेपर को सॉल्व किया. पहले प्रयास में असफल होने के बाद तपस्या ने अपनी रणनीति बदली थी, जिसका उन्हें फायदा भी मिला. अंत में तपस्या की मेहनत रंग लाई और उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा 2017 में ऑल इंडिया 23वीं रैंक हासिल की. आईएएस तपस्या परिहार की शादी आईएफएस गर्वित गंगवार से शादी की थी.
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