अगर आप भी पैसे की बचत करते हैं और भविष्य के लिए सुरक्षित करना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिए काम की है. बता दें, पोस्ट ऑफिस की ओर से एक नया प्लान है. इसमें आपके पैसे को भी सुरक्षित किया जाता है और भविष्य में अच्छा रिटर्न भी मिलेगा. इस भारी बचत योजना में केवल इतना ही नहीं बल्कि और भी कई फायदे हैं. दरअसल, इस योजना के जरिए निवेशकों को टैक्स में छूट भी मिलेगी.
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट: यदि आप पांच साल तक बचत करने की सोच रहे हैं तो नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट सेविंग का एक बेहतर विकल्प प्रदान करता है. नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पर ब्याज दर 6.8 फीसदी है. जबकि बैंक में पांच साल तक पैसा जमा करने से आपको पोस्ट ऑफिस से कम ब्याज दर मिलता है. एनएससी को नियमित सेवा की आवश्यकता नहीं होती है, क्योंकि आप इसे एक बार खरीदते है और फिर एक बार में भुना लेते हैं.
अधिकतम निवेश की सीमा नहीं: ऐसे में अगर, अगर आप नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम के तहत 1000 हजार रुपये जमा करते हैं, तो नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट की योजना के तहत मिल रही ब्याज दर के हिसाब से वह निवेश पांच साल बाद बढ़कर 1389 रुपये हो जाएगा. अब जैसा की हम जानते हैं नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं हैं ऐसे में कोई 10 लाख रुपये का निवेश करता है तो उसका निवेश बढ़कर पांच साल में 13.89 लाख रुपये हो जाएगा.
टैक्स बेनिफिट: गौरतलब है कि डाकघर की नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) न केवल अच्छा रिटर्न देती है बल्कि इसमें पैसा लगाने पर 80C के तहत टैक्स की बचत भी होती है. NSC पर अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक की राशि पर टैक्स कटौती का फायदा उठाया जा सकता है. फिलहाल NSC स्कीम के तहत सालाना 6.8 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है. यह स्कीम पांच सालों के लिए है और मैच्योरिटी पर ही अपना पैसा निकाल पायेंगे. इसको किसी भी डाकघर से लिया जा सकता है. सबसे बड़ी बात है कि इसे मैच्योरिटी डेट के बीच एक बार एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के नाम पर ट्रांसफर किया जा सकता है. इसमें कोई भी भारतीय निवेश कर सकता है.