हमारे देश में हर साल लाखों की संख्या में बच्चे यूपीएससी का एग्जाम देते हैं. लेकिन इस परीक्षा में सफल पूछे अभ्यर्थियों पाते हैं क्योंकि इससे देश का सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है. सालों तक तैयारी करने के बाद जब सफलता नहीं मिलती है तो कुछ ऐसे बच्चे होते हैं जो मुश्किलों के आगे हार मान लेते हैं और इस परीक्षा की तैयारी की छोड़ देते हैं.
लेकिन कुछ ऐसे बच्चे भी होते हैं जो अपने अंतिम सांस तक इस परीक्षा को पास करने की कोशिश करते हैं और अंततः सफलता हासिल कर ही लेते हैं.
आज हम आपको एक ऐसे अभ्यर्थी की कहानी बताने वाले हैं जिसने मुश्किलों के आगे हार नहीं माना और हर हाल में इस परीक्षा को पास कर दिखाया. आज हम आपको बताने वाले हैं लेडी सिंघम प्रीति चंद्र की कहानी.
प्रीति चंद्रा के यूपीएससी ऑफिसर बनने के सफर में सबसे ज्यादा साथ उनकी मां ने निभाया है. बेटी का जब जब हौसला टूटा तब तक उनकी मां ने उनका साथ दिया और अपनी बच्ची का हौसला किसी भी कीमत पर डगमगाने नहीं किया.
प्रीति चंद्रा की मां पढ़ी-लिखी नहीं थी लेकिन उन्होंने हमेशा प्रीति को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया और हर कदम पर साथ निभाया. आपको बता दें कि प्रीति पत्रकारिता के लिए कोर्स की और उसके बाद उन्होंने पत्रकारिता जयपुर से शुरू कर दी.
जयपुर में रहकर वह पत्रकारिता करती थी साथ ही साथ बिना कोचिंग की तैयारी करती थी और साल 2008 में यूपीएससी परीक्षा में उन्होंने 255 वां रैंक हासिल किया.
प्रीति को लेडी सिंघम के नाम से जाना जाता है क्योंकि वह फिल्मी स्टाइल में छापे मारती है और उनके डर से थरथर अपराधिक आते हैं.
The post बेटी को IPS बनाने के लिए दुनिया से लड़ पड़ी मां, मां का सपना पूरा करने के लिए पत्रकार बेटी बनी IPS,जाने लेडी सिंघम प्रीति की कहानी first appeared on Bihar News Now.