स्वास्थ्य मंत्रालय ने हर्षवर्धन के हवाले से एक बयान में कहा कि ये दिशा-निर्देश औद्योगिक कामगारों के कल्याण में मदद करेंगे. दिशा-निर्देश कोविड-19 संबंधी जोखिम की पहचान में मदद के लिए नियोक्ताओं और कामगारों के लिए समग्र योजना निर्देश के रूप में काम करेंगे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार कामगारों के कल्याण के लिए कटिबद्ध है. देश के आर्थिक गतिविधियां शुरू करने की तरफ बढ़ने के साथ ही यह महत्वपूर्ण है कि औद्योगिक परिसरों के भीतर दिशा-निर्देशों का पालन किया जाए. हर्षवर्धन ने कहा कि वैज्ञानिक तरीके से रोकथाम, सावधानी और सकारात्मक दृष्टिकोण कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में मदद करेगा.
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स्वास्थ्य मंत्री ने कोविड-19 की स्थिति के संबंध में कहा, ‘‘कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में सभी मानकों में भारत कई विकसित देशों से कहीं बेहतर स्थिति में है. ठीक होने वालों की संख्या में लगातार वृद्धि और मृत्यु दर में लगातार कमी ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा अपनाई गई कोविड-19 रोकथाम रणनीति की सफलता साबित की है. यह सभी संगठनों और देश के नागरिकों के संयुक्त प्रयासों का परिणाम है.’’ उन्होंने कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों को सेवा उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए ईएसआईसी अस्पतालों की सराहना की. बयान में कहा गया कि मंत्री ने दोहराया कि जब तक महामारी का टीका नहीं आता तब तक मास्क या फेस कवर के रूप में, हाथों की स्वच्छता और भौतिक दूरी के रूप में ‘सामाजिक टीके’ का पालन किया जाना जरूरी है.
इस अवसर पर संतोष गंगवार ने कहा कि औद्योगिक कामगारों की सुरक्षा के लिए ये दिशा-निर्देश लोगों को प्रोत्साहित करेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘यह महत्वपूर्ण है कि हम खुद को वर्तमान स्थिति के लिए मानसिक रूप से तैयार करें और कोविड से बचने के कदमों के बारे में जागरूकता फैलाएं.’’