महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) ने 30 सितंबर को जारी अपने नवीनतम लॉकडाउन दिशानिर्देशों (Lockdown Guidelines) में कहा कि राज्य में विद्यालय, महाविद्यालय तथा अन्य शैक्षणिक एवं कोचिंग संस्थान बंद ही रहेंगे. अर्थव्यवस्था को बहाल करने के लिए अपनी अनलॉक (Unlock) प्रक्रिया के तहत राज्य सरकार ने कुछ वाणिज्यिक गतिविधियों को कोविड-19 (Unlock) रोकथाम नियमों का अनुपालन करते हुए कामकाज बहाल करने अनुमति दी जबकि शैक्षणिक संस्थानों को बंद ही रहने का निर्देश दिया गया.
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मार्च से बंद हैं सभी स्कूल-कॉलेजराज्य में विद्यालय एवं महाविद्यालय तब से बंद है जब इस साल मार्च में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगाया गया था. वैसे कई शैक्षणिक संस्थान नये अकादमिक सत्र के तहत ऑनलाइन कक्षाएं लगा रहे हैं और परीक्षाएं ले रहे हैं.
राज्य में 14 लाख से ज्यादा संक्रमित
बता दें महाराष्ट्र में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 10,244 नए मामले सामने आए जिसके बाद राज्य में संक्रमण के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 14,53,653 हो गई. स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी. विभाग ने कहा कि राज्य में कोविड-19 से 263 और मरीजों की मौत हो गई. अब तक इस महामारी से कुल 38,347 मरीजों की मौत हो चुकी है. विभाग की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि दिन भर में कुल 12,982 मरीज ठीक हो गए. अब तक कोविड-19 के 11,62,585 मरीज ठीक हो चुके हैं. राज्य में फिलहाल 2,52,277 मरीजों का इलाज चल रहा है.
बता दें महाराष्ट्र में सोमवार से रेस्तरां और बार करीब सात महीने बाद खोले गए हैं. राज्य में 30 प्रतिशत रेस्तरां, बार के ही तत्काल खुलने की उम्मीद है, बाकी धीरे-धीरे खुलेंगे.
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जल्द खोले जाएंगे धार्मिक स्थल
इससे पहले शिवसेना सांसद संजय राउत ने सोमवार को कहा था कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे विभिन्न धार्मिक संगठनों के साथ बातचीत कर रहे हैं और वह राज्य में प्रार्थना स्थलों को खोलने पर शीघ्र निर्णय लेंगे. राउत ने यह बात तब कही जब कुछ संवाददाताओं ने इंगित किया है कि राज्य में रेस्त्रां को अपनी क्षमता के अनुसार 50 फीसदी तक या स्थानीय अधिकारियों द्वारा तय नियमों के तहत खोले जाने की मंजूरी दी गई, लेकिन राज्य में मंदिरों को अब भी खोलने की इजाजत नहीं दी गई है.
शिवसेना सांसद ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ने शुरू से ही यह कहा है कि अनलॉक की प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से होगी. आप रेस्त्रां को खोलते हुए उस पर 50 फीसदी वाला प्रतिबंध लगा सकते हैं लेकिन मंदिरों के संबंध में यह संभव नहीं है.’’
राउत ने कहा, ‘‘ राज्य के मुख्यमंत्री सभी धर्मों के संगठनों से बात कर रहे हैं. शीघ्र ही वे इस पर निर्णय लेंगे.’’