महबूबा मुफ्ती ने उमर अब्दुल्ला के इस ट्वीट के जवाब में लिखा- “अच्छा लगा कि आप और फारूक साहब घर आए. उन्हें सुनकर मुझे हिम्मत मिली. मुझे यकीन है कि हम सब मिलकर बेहतरी के लिए चीजें बदल सकते हैं.” फारूक और उमर अब्दुल्ला की महबूबा मुफ्ती से हुई इस मुलाकात के कई सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं. मुफ्ती के गुपकार घोषणा की बैठक के न्योते को स्वीकारने के बाद जम्मू-कश्मीर की दो अहम और विरोधी पार्टियों के साथ आने को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं. हालांकि दोनों ओर से ही ऐसी संभावनाओं को फिलहाल नकार दिया गया है.
It was nice of you & Farooq sahab to come home. It gave me courage listening to him. Im sure together we all can change things for the better. https://t.co/48yc39Wjhb
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 14, 2020
क्या है गुपकार घोषणा
बता दें नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे के संबंध में ‘गुपकार घोषणा’ पर भविष्य की कार्रवाई का खाका तैयार करने के लिए गुरुवार को अपने आवास पर बैठक बुलाई है. गुपकार घोषणा नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष के गुपकार स्थित आवास पर चार अगस्त, 2019 को हुई एक सर्वदलीय बैठक के बाद जारी प्रस्ताव है. इसमें कहा गया था कि पार्टियों ने सर्व-सम्मति से फैसला किया है कि जम्मू-कश्मीर की पहचान, स्वायत्तता और उसके विशेष दर्जे को संरक्षित करने के लिए वे मिलकर प्रयास करेंगी.
गौरतलब है कि पीडीपी अध्यक्ष एवं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को उनके विरुद्ध जन सुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत लगाए गए आरोपों को इस केंद्रशासित प्रदेश के प्रशासन द्वारा हटा लिए जाने के बाद मंगलवार रात रिहा कर दिया गया. पिछले साल अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी बनाए जाने के बाद उन्हें हिरासत में लिया गया था.